भारतीय शेयर बाजार में PSU स्टॉक्स की ऊंची उड़ान
भारतीय शेयर बाजार में PSU (Public Sector Undertaking) स्टॉक्स ने पिछले कुछ समय में अद्वितीय प्रदर्शन किया है, जिससे निवेशकों में उत्साह बढ़ गया है। खासकर जहाज निर्माण क्षेत्र की कंपनियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबको चौंका दिया है। कोचीन शिपयार्ड, मजगॉन डॉक शिपबिल्डर्स और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और इंजीनियर्स जैसी कंपनियों ने अपने शेयर मूल्यों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
कोचीन शिपयार्ड का शानदार प्रदर्शन
कोचीन शिपयार्ड ने पिछले एक साल में 722% की जबरदस्त बढ़त हासिल की है। कंपनी को हाल ही में एक यूरोपीय ग्राहक से एक हाइब्रिड सेवा संचालन पोत (हाइब्रिड सर्विस ऑपरेशन वेसल) के डिजाइन और निर्माण के लिए ऑर्डर मिला है। इससे कंपनी की संपूर्ण प्रदर्शन में अधिक मजबूती आई है। पिछले चार सत्रों में ही कंपनी के शेयरों में 34% की वृद्धि हुई है और पिछले दो वर्षों में 1058% की बढ़त देखी गई है।
मजगॉन डॉक शिपबिल्डर्स की बढ़त
मजगॉन डॉक शिपबिल्डर्स के शेयरों ने भी इस सप्ताह 10.88% की बढ़त पाई है, जिससे पिछले एक साल में इसकी कुल वृद्धि 321% तक पहुंच गई है। यह कंपनी पिछले तीन वर्षों में 1427% का असाधारण प्रदर्शन दिखा चुकी है और इसके शेयर अब इसके इश्यू प्राइस से 2125% ऊपर चल रहे हैं।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और इंजीनियर्स की जबरदस्त बढ़त
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और इंजीनियर्स ने मार्च तिमाही और वित्तीय वर्ष में अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शन से 20% की बढ़त दर्ज की। कंपनी का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक हो गया है और साल दर साल बिक्री में 68.96% की वृद्धि हुई है। भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक कंपनी के प्रमुख ग्राहक हैं, जिनसे कंपनी की राजस्व का बड़ा हिस्सा आता है।
रक्षा क्षेत्र में उज्ज्वल संभावनाएं
भारतीय रक्षा जहाज निर्माण क्षेत्र में हो रहा यह संतोषजनक विकास भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जुड़ा हुआ है। सरकार का लक्ष्य 2024-25 तक भारत के रक्षा निर्यात को US$5 बिलियन तक पहुँचाना है, जो इस क्षेत्र की महत्वपूर्णता को दर्शाता है।
निवेशकों के लिए अवसर
जहाज निर्माण कंपनियों के इस अद्वितीय प्रदर्शन ने निवेशकों के बीच नए अवसर पैदा किए हैं। इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को अब अद्वितीय लाभ मिल रहे हैं। इस प्रकार के स्टॉक्स में निवेश करना निश्चित रूप से एक लाभकारी कदम हो सकता है, खासकर जब इनकी वृद्धि की संभावनाएं इतनी उज्जवल हैं।
भविष्य की रणनीति
इन कंपनियों की भविष्य की योजना और रणनीति भी बहुत सकारात्मक नजर आ रही है। यूरोपीय ग्राहकों से मिलने वाले ऑर्डर जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स और भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक के साथ मजबूत संबंध इन कंपनियों को और ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं।
भारत का रक्षा जहाज निर्माण क्षेत्र अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है, लेकिन जिस तरह की सफलता इन्हीं प्रारंभिक चरणों में देखी जा रही है, उससे साफ है कि भविष्य में यह क्षेत्र और भी प्रगति करेगा और निवेशकों के लिए बहुत बड़ी संभावना प्रस्तुत करेगा।