शंकर की फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर बनती हैं — भारी VFX, जोरदार साउंडट्रैक और साफ सामाजिक संदेश। क्या आप बड़े स्क्रीन पर धमाका और सोच वाली कहानी एक साथ देखना चाहते हैं? शंकर यही देते हैं।
उनकी फिल्मों की पहचान है: मसाला एंटरटेनमेंट + सामाजिक मुद्दे। स्टंट, बड़े सेटपीस और गाने होंगे तो होंगे, लेकिन बीच-बीच में भ्रष्टाचार, शिक्षा, तकनीक या पहचान जैसे विषयों पर मूवी तीर चलाती है। इससे कहानियाँ दिलचस्प भी बनती हैं और दिमाग़ में रुक भी जाती हैं।
शंकर की फिल्म सूची लंबी है, पर कुछ नाम ऐसे हैं जिन्हें छोड़ना मुश्किल है: Indian, Gentleman, Anniyan, Sivaji, Enthiran (Robot), 2.0 और Nanban। हर फिल्म का अपना उसूल है — कोई सामाजिक थ्रिलर है, तो कोई साइंस‑फिक्शन ब्लॉकबस्टर।
इन फिल्मों में तकनीक और म्यूज़िक का बड़ा रोल रहता है। A.R. Rahman के साथ उनकी केमिस्ट्री अक्सर प्रॉजेक्ट को और ऊँचा उठाती है। और जब राज़ीनीकांत जैसी बड़ी स्टार पर्सनैलिटी मिलती है, तो शो और भी बड़ा बन जाता है।
शुरू करने के लिए 'Indian' या 'Anniyan' आराम से सही हैं — दोनों में शंकर का संदेश और स्टाइल साफ दिखता है। फिर 'Sivaji' और 'Enthiran' देखकर आप उनके बड़े‑बजट विज़ुअल और फ्यूचरिस्टिक आइडिया का मज़ा ले सकते हैं।
इन फिल्मों के हिंदी-डब और ओटीटी वर्ज़न अक्सर उपलब्ध रहते हैं — Netflix, Amazon Prime या स्पेशल स्ट्रीमिंग सर्विस पर चेक कर लें। बॉक्स‑ऑफिस हाइप देखने के बाद रिव्यू पढ़ना भी फायदेमंद है ताकि आप कहानी के मैसेज को समझ सकें।
अगर आप तकनीक और VFX की भाषा समझना चाहते हैं तो 'Enthiran' और '2.0' देखने के बाद कुछ BTS (behind-the-scenes) विडियोज़ देखें — कैसे शॉट्स बनाए गए और कौन‑सी तकनीक लगी, उससे फिल्म का अनुभव बढ़ जाता है।
शंकर की फिल्मों में सेट‑डिज़ाइन, कैमरावर्क और साउंड डिज़ाइन पर खास जोर रहता है। इसलिए बेहतर है कि इन्हें बड़े स्क्रीन या अच्छे साउंड के साथ देखें — छोटे फोन पर काम का आधा मज़ा निकल जाता है।
अंत में एक छोटी टिप: अगर आप पहले कभी शंकर नहीं देखे हैं, तो क्रमवार देखें — शुरुआती फिल्में उनके संदेश और पटकथा की समझ देंगी, बाद की फिल्में तकनीकी उन्नति का आनंद। फिर आप खुद तय कर पाएँगे कि किस तरह की शंकर फिल्म आपको सबसे ज्यादा भाती है।
देखना शुरू करें और बताइए कौन‑सी शंकर फिल्म ने आपको सबसे ज्यादा हिला दिया।