POCSO केस: तुरंत क्या करें और कैसे रिपोर्ट करें

अगर किसी बच्चा ने किसी तरह की शारीरिक या यौन प्रताड़ना की बात बताई है, तो घबराना सामान्य है। पर सबसे जरूरी काम है—बच्चे को सुरक्षित रखना और सही कदम उठाना। POCSO (Protection of Children from Sexual Offences) एक्ट बच्चों की सुरक्षा के लिए बना है। यह बताता है कि बच्चे के खिलाफ यौन अपराधों की रिपोर्ट करना अनिवार्य है और केस की सुनवाई खास तरीके से होती है ताकि बच्चा और परिवार दोनों को राहत मिले।

कदम-दर-कदम: अगर बच्चा बताये

बच्चे को पहले भरोसा दें—बिना सवालों के सुनें। प्रश्नों की बार-बार मांग करने से बचें; यह बच्चे को और डरा सकता है। तुरंत कदम उठाने के लिए ये करें:

- बच्चे को सुरक्षित जगह पर रखें। अगर संदिग्ध अभी आसपास है तो उसे अलग रखें।

- मेडिकल मदद लें। डॉक्टर बच्चे की जांच करेगा और जरूरी इलाज व साक्ष्य संरक्षण (जैसे कपड़ों को सुरक्षित रखना) किया जाएगा।

- पुलिस या चाइल्डलाइन 1098 को कॉल करें। POCSO मामलों में रिपोर्टिंग जरूरी है; चुप रहने पर कानूनी सज़ा भी हो सकती है।

- घटना के बारे में लिखित बयान तैयार रखें और जो भी सबूत हैं (फोटो, संदेश, कपड़े) सुरक्षित रखें—बिना छेड़छाड़ के।

- बच्चे को बार-बार घटना बताने के लिए मजबूर न करें। कोर्ट में बच्चों के बयान रिकॉर्ड करने के खास नियम होते हैं ताकि वे फिर से परेशान न हों।

कानूनी प्रक्रिया और समर्थन

POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने पर केस स्पेशल कोर्ट में जाता है ताकि सुनवाई तेज और बच्चों के अनुकूल हो। कुछ अहम बातें जो आपको जाननी चाहिए:

- रिपोर्टिंग अनिवार्य है: स्कूल स्टाफ, डॉक्टर या कोई भी व्यक्ति जो अपराध की जानकारी रखता है, उसे रिपोर्ट करना जरूरी है।

- स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर और ज्यूविनाइल फ्रेंडली प्रक्रिया: बच्चे के बयान की रिकॉर्डिंग, किसी तरह की बदसलूकी से बचाव और गोपनीयता पर ध्यान दिया जाता है।

- मुफ्त कानूनी सहायता और काउंसलिंग कई सरकारी व गैर‑सरकारी संस्थानों से मिलती है। राज्य पीड़ित निवारण योजनाएँ (Victim Compensation) भी राहत देती हैं—कहें तो हम आपको स्थानीय सेवा खोजने में मदद कर सकते हैं।

परिवार कैसे सावधान रहे? बच्चों से खुलकर बातें करें, उनके निजी सीमा (बॉडी प्राइवेसी) सिखाएँ और किसी अजीब व्यवहार पर तुरंत पूछें। स्कूलों में भी पेरेंट्स और टीचर्स को सतर्क रहना चाहिए।

जरूरी नंबर और मदद: आपातकालीन पुलिस के लिए 112/100, चाइल्डलाइन 1098। अगर आप चाहें तो स्थानीय NGO, child welfare committee या महिला आयोग से भी संपर्क करें।

अगर अभी कोई मामला है और आप मार्गदर्शन चाहते हैं तो बताइए—मैं सरल कदम और स्थानीय संसाधन खोजने में मदद करूँगा।