जानी मास्टर की गिरफ्तारी और उनकी पत्नी की प्रतिक्रिया
प्रसिद्ध तेलुगु कोरियोग्राफर शैक जानी बाशा, जिन्हें जानी मास्टर के नाम से भी जाना जाता है, को साइबराबाद पुलिस द्वारा POCSO अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में उनके खिलाफ एक युवती ने गंभीर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। जानी मास्टर की पत्नी, आयशा मास्टर, ने इस मामले पर खुलकर प्रतिक्रिया दी है और मामले में सबूत की मांग की है। उनके अनुसार, उनके पति ने अपने पूरे करियर में कभी भी किसी महिला के साथ गलत व्यवहार नहीं किया है।
आयशा मास्टर का साक्षात्कार
आयशा मास्टर ने टीवी9 न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में अपने पति के बचाव में कई बातें कही हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज कराने में छह साल का समय क्यों लिया। आयशा ने यह भी कहा कि अगर शिकायतकर्ता जानी मास्टर के खिलाफ कोई सबूत पेश करती हैं, तो वह अपने पति से अलग हो जाएंगी। उन्होंने यह भी दावा किया है कि शिकायतकर्ता ने पहले कई बार अपने करियर संवारने के लिए जानी मास्टर का धन्यवाद किया था, जबकि अब वह उन पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगा रही हैं।
शिकायतकर्ता की शिकायत और पीड़ित की सुरक्षा
शिकायतकर्ता ने पुलिस और तेलंगाना राज्य महिला आयोग को एक लिखित शिकायत सौंपी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि जानी मास्टर ने छह वर्षों तक विभिन्न शहरों में आउटडोर शूटिंग के दौरान उनके साथ यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने मामले में POCSO क्लॉज भी शामिल कर लिया है, जो दर्शाता है कि पहली बार उत्पीड़न उस समय हुआ जब शिकायतकर्ता मात्र 16 वर्ष की थीं। पीड़िता की सुरक्षा के लिए महिला आयोग द्वारा उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है।
जानी मास्टर की गिरफ्तारी
जानी मास्टर ने वर्तमान में इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। साइबराबाद की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने उन्हें गोवा में 19 सितंबर को गिरफ्तार किया और फिर उन्हें हैदराबाद ले जाया गया। मामले की जांच और अदालती कार्यवाही में जांच चल रही है।
यह मामला पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जानी मास्टर को नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है, जिससे उनके प्रशंसकों को यह मामला बहुत चौंकाने वाला और दुःखदायी लग रहा है।
समाज और लोक क्षेत्र में प्रतिक्रिया
इस मामले ने समाज में एक बड़ी बहस छेड़ दी है, जहां लोग दोनों पक्षों की बातों को सुनने की कोशिश कर रहे हैं। किसी भी यौन उत्पीड़न के मामले में सबूत और तथ्यों की पारदर्शिता बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस के लिए सच्चाई तक पहुंचना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है।
अभी आगे क्या?
इस मामले की सच्चाई क्या है, यह तभी सामने आ सकता है जब सारी जांच पूरी होगी और मामले में सबूत प्रस्तुत किए जाएंगे। इस समय, न केवल पुलिस और अदालतें बल्कि जनता भी इस मामले को करीब से देख रही है और सच की प्रतीक्षा कर रही है।
आयशा मास्टर द्वारा की गई मांग और उनके सवाल न केवल उनके पति की निर्दोषता की दिशा में एक प्रयास हैं, बल्कि एक महिला के तौर पर अपने अधिकारों के लिए लड़ाई का भी प्रतीक हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में आगे की कार्यवाही क्या मोड़ लेगी और आखिरकार सच्चाई की जीत होगी या नहीं।