कट‑ऑफ़ – क्या होता है और क्यों महत्वपूर्ण है?

जब बात कट‑ऑफ़, टूर्नामेंट में वह चरण जहाँ टीमों को अगले राउंड में प्रवेश का अधिकार मिलता है. Also known as कटऑफ़, it decides who stays alive in the competition and who goes home.

यह समझना आसान है कि कट‑ऑफ़ सीधे क्रिकेट टुर्नामेंट, एक ऐसी प्रतियोगिता जहाँ कई देशों की टीमें एक दूसरे से मुकाबला करती हैं से जुड़ा है। कोई भी टूर्नामेंट जब समूह चरण समाप्त करता है, तो कट‑ऑफ़ चरण निर्धारित करता है कौन‑सी टीमें क्वार्टर‑फ़ाइनल या सेमी‑फ़ाइनल में पहुँचेगी। इस कारण से चयन प्रक्रिया (सेलेक्शन प्रोसेस) को भी सेलेक्शन प्रोसेस, खिलाड़ियों और टीमों को आगे के राउंड में पहुँचाने के नियम और मानदंड कहा जाता है, क्योंकि यही तय करता है कि कौन‑से खिलाड़ी या टीमें इस निर्णायक मोड़ पर पहुंचेंगी।

कट‑ऑफ़ का असर वास्तविक खेलों में

कट‑ऑफ़ का प्रभाव सिर्फ अंक तालिका तक सीमित नहीं रहता; यह खिलाड़ियों की मनोवैज्ञानिक स्थिति, कोच की रणनीति और दर्शकों की रुचि को भी बदल देता है। उदाहरण के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने दुबई में पाकिस्तान को 9 विकेट से हराकर ग्रुप‑ए में शीर्ष पर पहुंची, और उसी मैच का परिणाम आगे के कट‑ऑफ़ चरण में उनके समूह के बाकी प्रतिस्पर्धियों को कठिन बना दिया। इसी तरह शमी की बातों में एशिया कप से बाहर निकलने का निराशा और भारत‑पाकिस्तान मैचों पर कूटनीतिक रुख ने टीम के चयन में बदलाव को प्रेरित किया। इन सभी कहानियों में कट‑ऑफ़ एक मोड़ है जो टीमों को अगले चरण में प्रवेश या बाहर होने का फैसला कराता है।

जब आप नीचे की सूची में लेख पढ़ेंगे, तो आपको पता चलेगा कि कैसे अलग‑अलग खेल (क्रिकेट, खेल, मौसम या राजनीति) में कट‑ऑफ़ के विभिन्न अर्थ निकलते हैं और क्यों यह शब्द हर बड़ी प्रतियोगिता में बार‑बार आता है। अब आगे पढ़िए और देखें कि आपके पसंदीदा खेलों में कट‑ऑफ़ ने कौन‑से रोमांचक मोड़ लाए हैं।