चहथ पूजा एक चहथ पूजा, भारतीय परिवारों में विवाह के बाद चौथे दिन किया जाने वाला एक पारंपरिक अनुष्ठान है, जिसका उद्देश्य नए जोड़े के जीवन की समृद्धि और सुख-शांति के लिए आशीर्वाद मांगना होता है। यह केवल एक रिवाज नहीं, बल्कि एक सामाजिक बंधन है जो नए दम्पत्ति को परिवार और समाज के साथ जोड़ता है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य दुल्हन को नए घर में स्वीकार करने और उसके लिए शुभ आरंभ की कामना करना होता है।
इस पूजा को हिंदू धर्म, भारतीय समाज में जीवन के विभिन्न पड़ावों को आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से महत्व देने वाली एक व्यवस्था है, जिसमें जन्म, विवाह और मृत्यु जैसे कार्यों को अनुष्ठानों के माध्यम से सम्मानित किया जाता है के अनुसार किया जाता है, जहाँ प्रत्येक चरण का अपना अर्थ होता है। चहथ पूजा में दुल्हन को घर की मालकिन बनाने का रिवाज होता है — उसे पहली बार घर की विभिन्न चीजों का उपयोग करने का अधिकार दिया जाता है। यह एक छोटा सा कदम लग सकता है, लेकिन इसका मतलब है कि अब वह इस घर की हिस्सा है। इस दिन दुल्हन को नए घर की सारी चीजें दिखाई जाती हैं — बर्तन, आटा, चीनी, दीया — और उसे इनका उपयोग करने का आह्वान किया जाता है।
यह अनुष्ठान गृहस्थ जीवन, एक व्यक्ति के जीवन का वह चरण है जहाँ वह परिवार, घर और सामाजिक जिम्मेदारियों के साथ जीवन बिताता है, और जिसमें विवाह और संतान के अधिकार शामिल होते हैं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह दिन दुल्हन के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है — न केवल घर के अंदर, बल्कि समाज के नजरिए से भी। कई जगहों पर इस दिन दुल्हन को नए घर की बारी देने के लिए नए बर्तन और आभूषण दिए जाते हैं। यह न सिर्फ एक भेंट है, बल्कि एक संकेत है कि अब वह इस घर की मालकिन है।
आज के समय में भी यह पूजा काफी लोकप्रिय है — खासकर छोटे शहरों और गाँवों में। यहाँ तक कि शहरी युवा भी इसे अपनाने लगे हैं, क्योंकि यह उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ता है। कुछ परिवार इसे बड़े तरीके से मनाते हैं — दोपहर का भोज, रिश्तेदारों का आमंत्रण, और दुल्हन के लिए खास उपहार। दूसरे बस एक छोटी सी पूजा करके इसे संक्षेप में पूरा कर लेते हैं। लेकिन एक बात सब में एक जैसी है — यह दिन दुल्हन के लिए एक नई पहचान बनाने का दिन होता है।
इसके अलावा, भारतीय परंपरा, भारतीय समाज में लाखों सालों से चली आ रही रीति-रिवाज, धार्मिक अनुष्ठान और सामाजिक नियमों का समूह है, जो परिवार और समुदाय के जीवन को आधार बनाता है के अनुसार, चहथ पूजा एक ऐसा अवसर है जहाँ महिलाओं का सम्मान और उनकी भूमिका को दर्शाया जाता है। यह न सिर्फ एक धार्मिक कार्य है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है — जो दुल्हन को बताता है कि वह अब इस घर की एक अहम हिस्सा है।
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