जब भारत मौसम विज्ञान विभाग, देश की राजधानी नई दिल्ली में स्थित सरकारी एजेन्सी, जो मौसम, जलवायु और पर्यावरणीय परिवर्तन की निगरानी करती है. इसे अक्सर IMD कहा जाता है, यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेटा एकत्रित कर पूर्वानुमान प्रदान करता है। इसी विभाग का काम लोगों को सावधान रखना, कृषि को मदद करना और आपदा प्रबंधन में सहयोग देना है।
इस विभाग की मुख्य सेवा मौसम पूर्वानुमान, भविष्य के 7‑15 दिनों में तापमान, वर्षा और हवा की स्थिति का अनुमान है। पूर्वानुमान के लिए सैटेलाइट इमेज, रडार और ग्राउंड स्टेशनों से डेटा इकट्ठा किया जाता है। यह डेटा एयरपोर्ट, पोर्ट, किसान और आम जनता को समय पर उपलब्ध कराई जाती है, जिससे दैनिक योजना बनाना आसान हो जाता है।
एक और प्रमुख कार्य हवामान चेतावनी, वज्र, बवंडर, तेज़ बारिश या सायटॉन जैसी गंभीर स्थितियों की पहले से सूचना देना है। ये चेतावनियाँ राज्य सरकार, पुलिस, आपदा प्रबंधन मोटी टीम और स्थानीय मीडिया को तेजी से भेजी जाती हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी क्षेत्र में बाढ़ का खतरा है, तो विभाग तुरंत अलर्ट जारी करता है, जिससे बचाव कार्य पहले से तैयार हो सके।
विभाग सतत जलवायु डेटा, दीर्घकालिक तापमान, वर्षा पैटर्न और समुद्र स्तर के रुझान भी एकत्र करता है। ये डेटा वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव समझने में मदद करता है, जिससे नई नीतियां बनती हैं। कई विश्वविद्यालय और अनुसंधान संस्थान इस डेटा का उपयोग करके मॉडल विकसित करते हैं, जो भविष्य की स्थिति की अधिक सटीक भविष्यवाणी संभव बनाते हैं।
इसके अलावा, विभाग वायुमंडलीय डेटा, वायुमंडल में विभिन्न गैसों, प्रदूषण और धुंध के स्तर की जानकारी पर नजर रखता है। वायु गुणवत्ता रिपोर्टें शहरों में धूम्रपान, कार्बन मोनोऑक्साइड और पीएम 2.5 के स्तर की जानकारी देती हैं। रोज़मर्रा की ज़िंदगी में यह डेटा लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सुझाव देता है, जैसे कब बाहर जाना या घर में एयर प्यूरीफायर चलाना चाहिए।
इन सभी कार्यों का एक साथ काम करना विभाग के डेटा संग्रहण और विश्लेषण प्रक्रिया को मजबूती देता है। सैटेलाइट से लेज़र इमेजिंग, रडार से रेनफॉल डेटा और ग्राउंड बेसिस पर वेदर स्टेशन से सतत मॉनीटरिंग, सब मिलकर एक व्यापक तस्वीर बनाते हैं। इस एकीकृत प्रणाली का उपयोग करके भारत के 28 राज्य, 8 केंद्र शासित प्रदेश और समुद्री क्षेत्रों में समान रूप से सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यह नेटवर्क आपदा प्रबंधकों को तेज़ निर्णय लेने में मदद करता है।
अब आप नीचे दी गई सूची में विभिन्न लेख, रिपोर्ट और विश्लेषण पढ़ सकते हैं, जो भारत मौसम विज्ञान विभाग की ताज़ा अपडेट, विशेष अध्ययन और उपयोगी टिप्स को कवर करते हैं। चाहे आप किसान हों, छात्र हों या सामान्य नागरिक, यहां आपको मौसम से जुड़ी हर जानकारी सरल भाषा में मिलेगी।