सऊदी अरब सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मिस्र, इंडोनेशिया, मोरक्को, इराक, नाइजीरिया, जॉर्डन, अल्जीरिया, सूडान, इथियोपिया, ट्यूनीशिया और यमन के नागरिकों के लिए उमराह, व्यापार और पारिवारिक वीज़ा पर अस्थाई रोक लगा दी है। यह रोक हज 2025 की तैयारियों का हिस्सा है और यह मिड-जून 2025 तक लागू रहेगी।
इन देशों के वीज़ा धारकों को 29 अप्रैल 2025 तक सऊदी अरब छोड़ने का निर्देश दिया गया है, यदि उनके पास 13 अप्रैल से पहले जारी किया गया वैध वीज़ा है। सऊदी सरकार का यह निर्णय 2024 के हज के दौरान हुई त्रासदी के मद्देनजर आया, जहां 1,200 से अधिक अनधिकृत हाजियों की मौत गर्मी और भीड़ के कारण हो गई थी।
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निर्देश पर अधिकारियों को वीज़ा नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों को पांच साल का प्रवेश प्रतिबंध और एसएआर 10,000 का जुर्माना लगाया जा सकता है।
इसके साथ ही, सरकार ने हाजियों को सही तरीके से हज करने के लिए 16 भाषाओं में एक डिजिटल गाइड भी जारी किया है। यह गाइड हाजियों को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने में मदद करेगा।
हालांकि, राजनयिक वीज़ा, निवास परमिट और हज-विशेष वीज़ा पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि ये वीज़ा प्रतिबंध से बाहर रखे गए हैं।
Santosh Sharma
अप्रैल 8, 2025 AT 19:07सऊदी अरब ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई देशों के वीज़ा पर प्रतिबंध लगाया है। यह कदम हज 2025 की तैयारियों में भीड़भाड़ को कम करने के लिए है। पिछले हज में हुई त्रासदी ने इस दिशा में कदम उठाने को मजबूर किया। अब सभी को नए नियमों का ध्यान रखना होगा।
yatharth chandrakar
अप्रैल 8, 2025 AT 19:08सऊदी अरब का यह फैसला हज 2025 की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अन्य 13 देशों से वीज़ा प्रतिबंध लगाकर सरकार भीड़भाड़ को नियंत्रित करना चाहती है।
पिछले साल की त्रासदी में 1,200 से अधिक अनधिकृत हाजियों की मृत्यु हुई थी, जो इस नीति के मूल कारणों में से एक है।
उन्नत डिजिटल गाइड 16 भाषाओं में जारी किया गया है, जिससे हजियों को सही प्रक्रियाओं की जानकारी मिलती है।
इस गाइड में वीज़ा आवेदन, स्वास्थ्य मानक और यात्रा नियमों के विस्तृत दिशा-निर्देश शामिल हैं।
यदि आपके पास 13 अप्रैल से पहले जारी वैध वीज़ा है, तो आप 29 अप्रैल तक सऊदी छोड़ सकते हैं।
वैध वीज़ा नहीं होने पर सऊदी में रहने पर पाँच साल का प्रवेश प्रतिबंध और 10,000 सऊदी रियाल का जुर्माना लग सकता है।
व्यापार वीज़ा और पारिवारिक वीज़ा पर भी यही नियम लागू होगा, जिससे प्रवासियों को अतिरिक्त बाधाएँ होंगी।
हालांकि, राजनयिक वीज़ा, निवास परमिट और हज-विशेष वीज़ा इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।
यह पहल न केवल सुरक्षा को बढ़ाएगी, बल्कि अवैध प्रवास को भी घटाएगी।
कई एजेंसियां पहले से ही अपने ग्राहकों को नई प्रक्रिया के अनुसार मार्गदर्शन करने की तैयारी कर रही हैं।
यात्रा एजेंटों को चाहिए कि वे अपने क्लाइंट्स को यह स्पष्ट करें कि वीज़ा नवीकरण या नया आवेदन अब अधिक जटिल हो सकता है।
साथ ही, हजियों को सलाह दी जाती है कि वे स्वास्थ्य बीमा और यात्रा बीमा को अनिवार्य रूप से ले कर चलें।
यह सब मिलकर भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकेगा और हजियों का अनुभव सुरक्षित बनाएगा।
अंत में, यह याद रखना ज़रूरी है कि सभी देशों की सरकारें इस दिशा में सहयोग कर रही हैं, इसलिए हमें धैर्य और सहयोग के साथ इस प्रक्रिया को अपनाना चाहिए।
Vrushali Prabhu
अप्रैल 8, 2025 AT 19:10वाह, अब विज़ा की पिक‑अप भी मुश्किल हो जाएगी!
parlan caem
अप्रैल 8, 2025 AT 19:11ऐसे प्रतिबंध सिर्फ बुरे राजनेताओं का बहाना हैं।
सऊदी को अपने खुद के सुरक्षा उपायों में सुधार करना चाहिए न कि बाहरी लोगों को बंधक बनाना।
इस नीति से आर्थिक नुकसान भी होगा, खासकर छोटे व्यापारियों को।
सरकार को चाहिए कि पहले अपने नियोजन को सुधारें, फिर प्रतिबंध लगाएँ।
Mayur Karanjkar
अप्रैल 8, 2025 AT 19:13परिवर्तन कभी सहज नहीं होता।
नियमन और मानवता के बीच संतुलन ढूँढ़ना आवश्यक है।
प्रतिबंध एक संकेत है कि व्यवस्था में गड़बड़ी है।
सामाजिक संरचना को स्थिर रखने के लिए नियमों का सम्मान जरूरी है।
अंततः, सभी पक्षों को सहयोग करके ही समाधान निकलेगा।