मयंक यादव को ऑस्ट्रेलिया यात्रा की उम्मीद: प्रभावशाली डेब्यू के बाद चर्चा में

मयंक यादव को ऑस्ट्रेलिया यात्रा की उम्मीद: प्रभावशाली डेब्यू के बाद चर्चा में

मानसी विपरीत 8 अक्तू॰ 2024

मयंक यादव: तेज गेंदबाजी का नया सितारा

22 साल के मयंक यादव ने भारत के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में अपनी एक खास जगह बना ली है। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 में उन्होंने न केवल शानदार प्रदर्शन किया बल्कि अपने प्रतिभाशाली करियर की झलक भी दी। मयंक यादव, जिनके तेज गेंदबाजी के हुनर की तारीफें हो रही हैं, अपनी पहली ही गेंद पर मेडन ओवर डालकर सुर्खियों में छा गए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है।

घायल सेठ का धमाकेदार प्रदर्शन

हाल ही में पीठ की चोट से उबरने के बाद, मयंक ने भारतीय टीम में जोरदार वापसी की है। चोट ने उन्हें कई महीनों तक क्रिकेट से दूर रखा, लेकिन उनकी मेहनत रंग लाई। उन्होंने पहले टी20 के मैच में चार ओवरों में एक विकेट लिया और महज 21 रन दिए, जो टी20 में बेमिसाल प्रदर्शन है।

पूर्व क्रिकेटर बासित अली की नजरों में मयंक

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने कहा कि मयंक ने बल्लेबाजों के मन में खौफ पैदा कर दिया। उन्होंने महसूस किया कि अगर मयंक को नई गेंद दी जाती तो उनका प्रदर्शन और भी उत्कृष्ट हो सकता था। हालांकि 150 किमी प्रति घंटा की स्पीड नहीं छू सके, पर 140 किमी प्रति घंटा से अधिक स्पीड से लगातार गेंदबाजी की।

भारत की आसान जीत और मयंक की भूमिका

भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया और मात्र 11.5 ओवर में 127 रन का लक्ष्य हासिल किया। आईपीएल जैसे खेल की धार और कई नियमित खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद, टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। बासित अली ने मैच के बाद यही कहा कि भारतीय खिलाड़ी बांग्लादेश के खिलाफ आसानी से हावी रहे।

ऑस्ट्रेलिया दौरे की संभावना

अब चर्चा हो रही है कि मयंक यादव को आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजा जा सकता है। जसप्रीत बुमराह के साथ इस आगामी टेस्ट सीरीज में उनकी साझेदारी की संभावनाएं भी देखी जा रहीं हैं। उनके तेज गेंदबाजी और खतरनाक स्पीड के चलते यह कदम भारतीय गेंदबाजी में एक नया मोड़ ला सकता है।

भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां

मयंक यादव के सामने क्रिकेट की चुनौतीपूर्ण दुनिया में खुद को स्थापित करने की बड़ी जिम्मेदारी है। पिछली चोटों को भुलाकर उन्होंने जिस तरह से वापसी की है, वह सलाम करने लायक है। उनकी रफ्तार और अनुशासन ने हमें यकीन दिलाया है कि वे भारतीय क्रिकेट का भविष्य चमकाने में सक्षम हैं। आगामी दौरे न केवल उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण होंगे, बल्कि टीम इंडिया को भी मजबूती दे सकेंगे।

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