विप्रो बोनस शेयर: क्यों विप्रो के शेयर की कीमत में 50% गिरावट देखने को मिल रही है आज

विप्रो बोनस शेयर: क्यों विप्रो के शेयर की कीमत में 50% गिरावट देखने को मिल रही है आज

मानसी विपरीत 3 दिस॰ 2024

विप्रो के बोनस शेयर इश्यू की वजह से कीमत में बदलाव

भारत की टेक्नोलॉजी आधारित कंपनी, विप्रो, के शेयर की कीमत में अचानक 50% गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में अराजकता फैल गई। लेकिन, यह असली गिरावट नहीं है, बल्कि कंपनी द्वारा बोनस शेयर इश्यू के परिणामस्वरूप कीमत में बदलाव हो रहा है। शेयर बाजार के कुछ ऐप्स पर विप्रो के शेयर की कीमत में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन यह गिरावट सही मायनों में निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर भी ला सकती है।

क्या है बोनस शेयर इश्यू?

विप्रो ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए हैं। इसका मतलब यह है कि उन सभी शेयरधारकों को जिन्होंने एक शेयर रखा हुआ है, उन्हें एक और फुली पेड-अप शेयर के रूप में अतिरिक्त शेयर मिलेगा। इस प्रक्रिया के दौरान, शेयर की इकाई कीमत में गिरावट देखी जाती है, जिससे निवेशकों की कुल निवेश की वित्तीय स्थिति संतुलित होती है। यह इश्यू कंपनी के फ्री रिजर्व से किया गया है, जो इसके पिछले लाभांश से निर्मित होता है।

नए शेयर और बाजार पर परियोजना

वर्तमान में, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर विप्रो के शेयर 295.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे, जो पिछले दिन के अप्रमेयित बंद भाव के मुकाबले 49.45% की गिरावट को दर्शाता है। यह गिरावट निवेशकों के लिए पहली नजर में चालाकी लग सकती है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह परिवर्तन केवल शेयरों की संख्या के बढ़ने की वजह से है।

कैसे हुआ है प्रचार?

यह पहला मौका नहीं है जब विप्रो ने बोनस शेयर जारी किया है। इससे पहले, 2019 में, कंपनी ने 1:3 के अनुपात में बोनस जारी किया था। 1990 के दशक से लेकर अब तक, विप्रो कई बार बोनस इश्यू कर चुका है, जिसमें 2017 और 2005 में 1:1 के अनुपात, और 2004 में 2:1 का बोनस इश्यू शामिल है।

इसके इलावा, यह महत्वपूर्ण है कि कंपनी के पास लगभग 56,808 करोड़ रुपये का रिजर्व भी है, जिसमें फ्री रिजर्व, सिक्योरिटीज प्रीमियम, और कैपिटल रिडेम्प्शन रिजर्व शामिल है।

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह इश्यू?

यह इश्यू निवेशकों के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह निवेशकों को एक अतिरिक्त शेयर के रूप में लाभ प्रदान करता है और उनके कुल निवेश मूल्य को एक ही समय में संतुलित भी करता है। इसके अलावा, यह रिटर्न का अतिरिक्त रूप से प्रतिनिधित्व करता है, जो कि समय के साथ कंपनी के प्रदर्शन पर अच्छा प्रभाव डाल सकता है। इसी प्रकार के इश्यू के माध्यम से निवेशकों को कंपनी के प्रति विश्वास भी होता है।

भविष्य की योजनाएं

भले ही शेयर की कीमत में गिरावट अपेक्षित है, लेकिन भविष्य में विप्रो की योजनाएं और व्यापारिक संभावनाएं इस प्रकार की पहल से मजबूत हो सकती हैं। बोनस शेयर इश्यू का प्रबंधन एक जिम्मेदार वित्तीय नीति का हिस्सा है, जो कंपनी के निवेशकों के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। अनुमान लगाया जा सकता है कि इस इश्यू के बाद, विप्रो पुनः अपने शेयरों की इकाई कीमत को बाजार के लिए उपयुक्त बनाने का प्रयास करेगा।

निष्कर्ष

विप्रो के इस बोनस शेयर इश्यू ने निवेशकों को कुछ चिंताएँ दी हैं, लेकिन यह उनके फायदे के लिए ही हैं। शेयरों की संख्या में वृद्धि से निवेशकों का कुल निवेश मूल्य स्थिर बना रहता है। निवेशकों को इस बदलाव को एक सही तरीके से समझकर आश्वस्त रहना चाहिए और इस नए बदलाव का स्वागत करना चाहिए।

एक टिप्पणी लिखें