US Open 2025: 45 की उम्र में वीनस विलियम्स को वाइल्ड कार्ड, इतिहास रचने का मौका

US Open 2025: 45 की उम्र में वीनस विलियम्स को वाइल्ड कार्ड, इतिहास रचने का मौका

Saniya Shah 26 अग॰ 2025

न्यूयॉर्क में फिर लौटेगी वीनस की सर्विस: 45 की उम्र में सिंगल्स ड्रॉ में एंट्री

45 साल की उम्र में ग्रैंड स्लैम सिंगल्स? न्यूयॉर्क इसे फिर देखने के लिए तैयार है. Venus Williams को US Open 2025 के महिला सिंगल्स मेन ड्रॉ के लिए वाइल्ड कार्ड मिल गया है. अमेरिकी टेनिस संघ (USTA) ने यह घोषणा 13 अगस्त 2025 को की. सिंगल्स मेन ड्रॉ 24 अगस्त से शुरू होगा, जबकि वीनस 19 अगस्त से मिक्स्ड डबल्स में राइली ओपेल्का के साथ भी कोर्ट पर उतरेंगी.

यह सिर्फ एक एंट्री नहीं, एक रिकॉर्ड के करीब लौटना है. यह वीनस का 25वां US Open होगा और वे 1981 के बाद टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी बनेंगी. तब 47 साल की रेने रिचर्ड्स ने सिंगल्स खेला था. उम्र के लिहाज़ से यह उपलब्धि जितनी बड़ी है, उससे ज्यादा अहम है वह संदेश जो वीनस कोर्ट पर अपने खेल और जज़्बे से देती रही हैं.

US Open में वीनस की कहानी पुरानी है, लेकिन फीकी नहीं. 2000 और 2001 में उन्होंने बैक-टू-बैक सिंगल्स खिताब जीते. उनके नाम सात ग्रैंड स्लैम सिंगल्स और 14 डबल्स मेजर खिताब हैं. न्यूयॉर्क ने उन्हें कई बार झुककर सलाम किया है—रात की लाइट्स में उनकी फ्लैट ग्राउंडस्ट्रोक्स और पहली सर्विस की धार आज भी दर्शकों को खींचती है.

वाइल्ड कार्ड का फैसला हालिया फॉर्म के बिना नहीं आया. जुलाई 2025 में DC Open में वीनस ने पेटन स्टर्न्स को हराकर WTA टूर-लेवल पर 20 साल से भी ज्यादा वक्त में सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी के तौर पर सिंगल्स मैच जीता. बाद में वे मैग्डालेना फ्रेह से हार गईं, लेकिन यह रन बता गया कि उनकी ट्यूनिंग वापस आ रही है. उन्होंने हाल में कहा भी था कि कुछ हफ्तों में उनका खेल तेजी से ऊपर गया है और कोच के साथ वे अगला कदम साफ़ देख रही हैं—कम शब्दों में, काम चल रहा है और प्रगति दिख रही है.

वाइल्ड कार्ड सूची बताती है कि USTA ने युवाओं और दिग्गज के बीच संतुलन चुना है. महिलाओं में जिन आठ खिलाड़ियों को मेन ड्रॉ का निमंत्रण मिला, वे हैं:

  • वीनस विलियम्स (अमेरिका)
  • क्लर्वी न्गूओनुए (अमेरिका)
  • जुलिएटा पारेहा (अमेरिका)
  • कैटी मैकनेली (अमेरिका)
  • वैलेरी ग्लोज़मैन (अमेरिका)
  • एलिसा आह्न (अमेरिका)
  • कैरोलीन गार्सिया (फ्रांस)
  • टालिया गिब्सन (ऑस्ट्रेलिया)

पुरुषों में सात नाम हैं: ब्रैंडन हॉल्ट, निशेष बसवरड्डी, ट्रिस्टन बॉयर, एमिलियो नावा, स्टेफन डोस्तानिच, डार्विन ब्लैंच (सभी अमेरिका) और वैलेंटिन रॉयेर (फ्रांस). यह लिस्ट साफ दिखाती है—मकसद है भावी प्रतिभाओं को मंच देना और साथ ही एक ऐसी आइकॉन को विदा नहीं, बल्कि फिर से मुकाबले का मौका देना जिसकी मौजूदगी से टूर्नामेंट का कद बढ़ता है.

ड्रॉ, रणनीति और विरासत: वीनस से न्यूयॉर्क क्या देखना चाहता है

ड्रॉ, रणनीति और विरासत: वीनस से न्यूयॉर्क क्या देखना चाहता है

बिना सीडिंग के वाइल्ड कार्ड का मतलब है कठिन रास्ता. शुरुआती राउंड में ही कोई टॉप-20 विरोधी मिल सकती है. ऐसे में पहला टारगेट होगा—पहली सर्विस की उच्च प्रतिशतता, छोटे पॉइंट्स, और रिटर्न पर शुरुआती दबाव. US Open के नाइट सेशंस तेज़ हवा, उमस और शोर के लिए मशहूर हैं. वीनस इन रातों को अच्छी तरह जानती हैं; वे अक्सर बड़े सर्व और अंदर की तरफ आती फोरहैंड से टेम्पो सेट करती रही हैं.

फिटनेस सबसे बड़ा फैक्टर रहेगा. पांच सेट नहीं, लेकिन ग्रैंड स्लैम सिंगल्स की बेस्ट-ऑफ-थ्री में भी रैलियां लंबी जाती हैं. बदलाव की जगह कम होती है और रिकवरी की जरूरत ज्यादा. DC Open से मिला मैच टाइमिंग उनके लिए फायदे का है—मैच रिदम, टाइट पलों से गुजरने का तजुर्बा, और सर्विस गेम्स की कंडीशनिंग. अभ्यास सप्ताह में आम तौर पर खिलाड़ी हार्ड कोर्ट पर स्लाइडिंग, कंधे की मोबिलिटी और लो-बाउंस की बॉल पर बैकहैंड सेटअप पर काम करते हैं—वीनस के लिए ये तीनों पिलर होंगे.

मिक्स्ड डबल्स में राइली ओपेल्का के साथ उनकी जोड़ी दिलचस्प है. ओपेल्का की ऊंचाई और बड़े सर्व, और वीनस की नेट-प्रेज़ेंस—यह कॉम्बो टाई-ब्रेक्स में भारी पड़ सकता है. शेड्यूलिंग भी अहम रहेगी: अगर सिंगल्स और मिक्स्ड के मैच पास-पास हुए, तो एनर्जी मैनेजमेंट तय करेगा कि कौन सा गियर कब लगाना है. कई अनुभवी खिलाड़ी मिक्स्ड डबल्स को वॉर्म-अप नहीं, बल्कि मैच-शार्पनेस का साधन मानते हैं; वीनस भी यही करती दिखेंगी.

रिकॉर्ड्स की बात करें तो वे US Open सिंगल्स की उम्र से जुड़ी परिभाषाओं को फिर खींच रही हैं. अगर वे शुरुआती राउंड पार करती हैं, तो यह सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं होगी, बल्कि प्रोफेशनल टेनिस में करियर-लॉन्ग एक्टिविटी के मॉडल को मजबूत करेगी—जहां प्रशिक्षण, रिकवरी टेक्नोलॉजी और मैच चयन से एथलीट करियर की उम्र बढ़ाते हैं.

US Open के वाइल्ड कार्ड अक्सर दो मंज़िलें साधते हैं—होम-ग्रोउन टैलेंट को बड़ा मंच और दर्शकों के साथ टूर्नामेंट का भावनात्मक रिश्ता. इस साल क्लर्वी न्गूओनुए जैसी जूनियर स्लैम विजेता और वैलेरी ग्लोज़मैन या एलिसा आह्न जैसी उभरती अमेरिकन खिलाड़ियों के साथ वीनस जैसी लैजेंड का नाम उसी सूची में है. दूसरी ओर, कैरोलीन गार्सिया का अनुभव और टालिया गिब्सन जैसी युवाओं की भूख—ड्रॉ को अनपेक्षित बनाती हैं.

वीनस की विरासत सिर्फ ट्रॉफियों से नहीं मापी जाती. महिलाओं की समान पुरस्कार राशि की लड़ाई में उनकी आवाज़ ने 2007 में विंबलडन और फिर पूरे टूर के ढांचे को प्रभावित किया. अमेरिकी और वैश्विक ब्लैक टेनिस कम्युनिटी के लिए वे रोल मॉडल हैं—सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने जीता, बल्कि इसलिए कि उन्होंने राह बनाई. नई पीढ़ी की खिलाड़ी—कोको गॉफ़ हों या क्लर्वी न्गूओनुए—एक ऐसे सिस्टम में प्रवेश कर रही हैं जो वीनस-सेरेना युग के असर से बदला हुआ है.

टैक्टिकल तरफ देखें तो उनके लिए कुछ चीजें निर्णायक होंगी: रिटर्न पोज़िशन थोड़ा अंदर रखकर रिसीवर के रूप में प्रेशर बनाना, दूसरे सर्व पर गहराई और बॉडी-लाइन को टारगेट करना, और नेट अप्रोच के साथ फिनिश. न्यूयॉर्क की हार्ड कोर्ट थोड़ी तेज़ खेलती है, जिससे फ्लैट स्ट्रोक खेलने वाले खिलाड़ियों को मदद मिलती है—वीनस का नैचुरल गेम यही है. बेंच पर कोच के साथ छोटे-छोटे एडेप्टेशन—जैसे सर्विस टॉस की ऊंचाई और किक-सर्व का मिश्रण—उन्हें लंबे रैलियों से बचा सकता है.

ड्रॉ कब कैसा दिखेगा, यह अभी आने वाले दिनों में पता लगेगा, लेकिन एक बात तय है—आर्थर ऐश स्टेडियम ने कमबैक कहानियों को हमेशा आवाज़ दी है. वीनस वहां सिर्फ अतीत की चमक लेकर नहीं आतीं; वे हर बार एक नया अध्याय लिखने की कोशिश करती हैं. इस बार वह कोशिश उम्र की सीमाओं पर सवाल है: क्या अनुभव और अनुशासन बड़े मंच पर फिर से मैच पलट सकते हैं?

फैंस के लिए यह टूर्नामेंट नॉस्टैल्जिया और नई उम्मीदों का मेल होगा—एक तरफ दिग्गज की वापसी, दूसरी तरफ उभरती प्रतिभाओं की तेज़ दौड़. USTA की वाइल्ड कार्ड रणनीति भी यही कहती है: आज की प्रेरणा और कल का भविष्य एक ही ड्रॉ में. अब नज़रें बस पहले राउंड पर हैं—जहां हर पॉइंट के साथ कहानी आगे बढ़ेगी.

एक टिप्पणी लिखें