वित्तीय कदाचार का मतलब है पैसे से जुड़ा धोखा, छली प्रक्रिया या नियमों का उल्लंघन जिससे लोगों या संस्थाओं को नुकसान होता है। यह बैंकिंग घोटाला, शेयर बाजार में धोखाधड़ी, कर छल या कंपनियों में शेयर-हेराफेरी जैसे कई रूप ले सकता है। खबरों में दिखने वाले IPO विवाद, अचानाक शेयर गिरावट या बड़ी कंपनियों में अनियमितता अक्सर इसी टैग से जुड़ी घटनाओं का संकेत देती हैं।
कुछ आसान संकेत हैं जिनसे आप शक कर सकते हैं: असामान्य रिटर्न का वादा (बहुत ज्यादा मुनाफा बिना जोखिम बताने), गोपनीयता और दस्तावेज छिपाना, ऑडिट रिपोर्ट में संशोधन, प्रमोटर्स या डायरेक्टर्स का बार-बार बदलना, संबंधित पक्षों (related parties) के साथ संदिग्ध लेनदेन। शेयर मार्केट में अचानक बड़ी ट्रेडिंग या स्पाइक भी रेड फ्लैग हो सकता है।
ऑनलाइन स्कीमों में अक्सर तेज डिमांड, फेक रिव्यू, आधिकारिक लाइसेंस दिखाने में अनियमितता और भुगतान के तुरंत बाद सपोर्ट गायब होना आम लक्षण हैं। बैंक ट्रांज़ैक्शन में अनपेक्षित ऑटो-डेबिट, फर्जी ई-मेल या OTP माँगना भी धोखाधड़ी का संकेत है।
पहला कदम: सभी दस्तावेज और संचार सुरक्षित रखें — सॉरी, ईमेल, मैसेज, बैंक स्टेटमेंट और ट्रांज़ैक्शन आईडी। दूसरा: संस्था की वैधता चेक करें — RBI, SEBI, MCA या संबंधित रेगुलेटर की वेबसाइट पर कंपनी/फाइनेंशियल सर्विस की रजिस्ट्रेशन जाँचें।
तीसरा: तुरंत शिकायत दर्ज कराएँ — बैंक मामलों के लिए अपने बैंक की शिकायत सेल और RBI कस्टमर ग्रिवैंस; शेयर-लगातार धोखाधड़ी के लिए SEBI (SCORES पोर्टल); बड़े आर्थिक अपराधों के लिए CBI या ED; कर से जुड़ी अनियमितता के लिए Income Tax विभाग। स्थानीय पुलिस में FIR दर्ज कराना भी जरूरी है।
चौथा: विशेषज्ञ से बात करें — चार्टर्ड अकाउंटेंट या वकील जो वित्तीय कदाचार में अनुभव रखते हों। वे दस्तावेज तैयार करने और शिकायत दर्ज कराने में मदद करेंगे।
सावधानी के सरल नियम अपनाएँ: निवेश से पहले कंपनी की ऑडिटेड रिपोर्ट पढ़ें, प्रमोटर और बोर्ड के बारे में खोजें, किसी भी ऑफर में "सिक्योरिटी" या "गैर-जिम्मेदार वादा" पर विशेष ध्यान दें। KYC पूरा कराएँ और फालतू लिंक/QR को स्कैन न करें।
समाचार पढ़ते समय भी सतर्क रहें — किसी स्टॉक या कंपनी की ख़बरें तेज़ी से बदलती हैं; संदिग्ध रिपोर्ट्स पर तुरंत निवेश न करें। अगर किसी लेख या रिपोर्ट में अनियमितताएँ दिखें, तो आधिकारिक स्रोतों पर क्रॉस-चेक करें।
यदि आप और जानकारी या ताज़ा खबरें देखना चाहते हैं, तो "वित्तीय कदाचार" टैग के तहत हमारी रिपोर्ट्स पढ़ें — वहां से आप घटनाओं, एनालिसिस और रिपोर्टिंग एजेंसियों के ब्रीफ पा सकते हैं। सतर्क रहें, दस्तावेज़ संभाल कर रखें और किसी भी शक की स्थिति में तुरंत रिपोर्ट करें।