मौसम खतरा: बारिश, तूफान और भूस्लाइड से जुड़ी ताज़ा खबरें

जब मौसम खतरा, प्राकृतिक घटनाओं के कारण जीवन और संपत्ति के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थिति घोषित होता है, तो ये सिर्फ एक अलर्ट नहीं होता—ये जीवन बदल देता है। भारत में मानसून का रुख़ अक्सर अनिश्चित होता है, और जब ये तेज़ हो जाता है, तो बारिश, बिजली, तूफान और भूस्लाइड जैसी आपदाएँ आम हो जाती हैं। ये सब एक साथ आकर गाँव, शहर और पहाड़ी इलाकों को तबाह कर देते हैं।

मानसून, भारत के जीवन के लिए ज़िंदगी भर का ताला अक्सर देर से आता है, फिर अचानक तेज़ हो जाता है। उत्तर प्रदेश में अक्टूबर के पहले सप्ताह में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी हुई, जबकि डार्जिलिंग में 300 मिमी से ज्यादा बारिश ने 35 जगहों पर भूस्लाइड ला दिए। भूस्लाइड, पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के बाद जमीन का अचानक फिसलना ने 23 लोगों की जान ले ली। ये सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक नियम बन गया है—जहाँ जमीन ढीली है, वहाँ बारिश के बाद खतरा बढ़ जाता है।

तूफान, तेज़ हवाओं और भारी बारिश का संयोजन, जो बिजली और बाढ़ के साथ आता है अब सिर्फ तटीय इलाकों का मुद्दा नहीं रहा। उत्तर भारत में भी अचानक आने वाले तूफानों ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दीं, राजमार्ग बंद कर दिए, और बच्चों के स्कूल बंद करने का कारण बने। इन घटनाओं का कोई अच्छा नाम नहीं होता—बस ‘मौसम खतरा’। और ये खतरा हर साल बढ़ रहा है।

इस लिस्टिंग में आपको ऐसी ही ताज़ा खबरें मिलेंगी—जहाँ बारिश ने घर उड़ा दिए, जहाँ भूस्लाइड ने ट्रेनों को फँसा दिया, और जहाँ आम आदमी ने अपनी जिंदगी बचाने के लिए लड़ाई लड़ी। ये सिर्फ खबरें नहीं, ये जीवन की सच्चाई हैं। जो आपको अगले दिन की तैयारी करने में मदद करेंगी।