Ixigo IPO पर निवेश करने से पहले कुछ आसान, पर जरूरी बातें समझना ज़रूरी है। अगर आप सोच रहे हैं कि किस तरह आवेदन करना है, GMP का क्या मतलब है, या लिस्टिंग पर क्या उम्मीद रखें — यह पेज आपको सीधी और काम की जानकारी देगा।
हर IPO में कुछ सामान्य चीजें रहती हैं: प्राइस बैंड (कितने रुपये प्रति शेयर की रेंज), लॉट साइज (न्यूनतम शेयर जो एक आवेदन में लिए जाते हैं), इशू साइज (कितने शेयर जारी हो रहे हैं), और लिस्टिंग डेट। Ixigo IPO भी इन्हीं बिंदुओं के आधार पर आएगा। प्राइस बैंड और लॉट साइज तय होने के बाद ही आप सही राशि तय कर पाएँगे।
Grey Market Premium (GMP) या GMP एक अनौपचारिक संकेतक होता है जो लिस्टिंग की डिमांड का अंदाजा देता है, पर इसे गारंटी मत समझिए। GMP ऊपर-नीचे हो सकता है और रीयल मार्केट से अलग रह सकता है।
1) ब्रोकरेज अकाउंट या बैंक से ASBA/UPI के जरिए आवेदन करें। अधिकांश प्लेटफॉर्म पर IPO सेक्शन में Ixigo दिखेगा जब इशू खुला होगा।
2) प्राइस बैंड चुनें या 'सभी प्राइस' विकल्प रखें (अगर उपलब्ध हो)। लॉट साइज के हिसाब से कुल राशि अपने खाते में ब्लॉक होगी।
3) आवेदन के बाद आपको एक संदर्भ नंबर मिलेगा। यह संभाल कर रखें।
4) अलॉटमेंट आने के बाद रजिस्ट्रार की वेबसाइट या अपने ब्रोकरेजर पोर्टल पर चेक करें — NSDL/CBL क्लियरिंग सिस्टम पर भी जानकारी मिलती है। अगर अलॉटमेंट नहीं मिलता है तो आपके पैसे बैंक खाते में वापस आ जाएंगे।
5) लिस्टिंग के दिन निर्णय लें — तुरंत बेचना है या होल्ड करना है। यदि आप छोटे मुनाफे के लिए आते हैं, तो लिस्टिंग के पहले भी रणनीति बना लें।
निवेश से पहले यह जरूर देखें कि कंपनी के बिजनेस मॉडल में ग्रोथ की क्षमता है या नहीं, मुनाफे का ट्रैक रिकॉर्ड है या निरंतर नकद जलन (cash burn) है, और प्रतिस्पर्धा कैसी है।
जोखिम समझिए: IPO में लिस्टिंग गेन हो भी सकता है और नुकसान भी। नया जारी शेयर अक्सर वोलैटाइल रहते हैं। इसलिए केवल उतना ही निवेश करें जिसे आप खोने का मन बना लें।
छोटे-निवेशक टिप्स: अगर आप लॉन्ग टर्म में विश्वास रखते हैं, तो मैथमेटिकली देखें कि कंपनी की वैल्यूएशन आपको सस्ती लगती है या महंगी। अगर आप शॉर्ट टर्म लिस्टिंग गेन के लिए हैं, तो GMP और बुक बिल्डिंग प्राइस के बीच अंतर समझें।
अंत में, Ixigo IPO से जुड़ी आधिकारिक घोषणाएँ हमेशा कंपनी के रजिस्टर्ड प्रॉस्पेक्टस और SEBI नोटिस में देखें। अफवाहों पर जल्दी निर्णय मत लें। समझदारी से योजना बनाकर आवेदन करें और अपनी लिमिट रखें।