अगर आप IPO में पैसा लगाना चाहते हैं तो आपने 'GMP' शब्द जरूर देखा होगा। GMP का पूरा नाम Grey Market Premium है। यह एक अनौपचारिक मार्केट का भाव है जो बताता है कि किसी IPO शेयर की लिस्टिंग से पहले मांग कितनी है। आसान भाषा में, GMP बताता है कि लोग लिस्टिंग पर शेयर के लिए कितनी अतिरिक्त कीमत देने को तैयार हैं।
GMP खुले बाजार में छोटे व्यापारी और निवेशक तय करते हैं। यह आधिकारिक नहीं होता—मतलब कंपनी या एक्सचेंज इसे जारी नहीं करते। GMP पर कई चीजें असर डालती हैं: कंपनी का बिजनेस मॉडल, रूट-प्राइसिंग, बाजार का मूड, एफडीआई/निवेशक की रुचि और हालिया कोई बड़ी खबर। उदाहरण के तौर पर, मोबिक्विक के IPO के समय जीएमपी से संकेत मिले थे कि शुरुआती दिनों में सकारात्मक प्रतिक्रिया हो सकती है।
ध्यान दें: GMP तेज़ी से ऊपर-नीचे हो सकता है। छोटे-छोटे ब्रोकर्स के बीच बातचीत या सोशल मीडिया पर खबरें जीएमपी बदल देती हैं। इसलिए इसे एक सटीक भविष्यवाणी मत समझिए—यह सिर्फ एक संकेत है।
GMP देखते वक्त ये बातें ध्यान में रखें:
1) ट्रेंड देखें: सिर्फ एक दिन का GMP मत लें। लगातार बढ़ता हुआ GMP अच्छा संकेत हो सकता है, लेकिन अचानक उछाल संदिग्ध भी हो सकता है।
2) मार्केट सेंटीमेंट मिलान करें: अगर बाजार गिर रहा है और फिर भी GMP ऊँचा है, तो सावधानी बरतें। यह असामान्य हो सकता है।
3) कंपनी के fundamentals देखें: जीएमपी केवल भीड़ का मानक है। अगर कंपनी की रिपोर्ट, कमाई या व्यावसायिक मॉडल कमजोर हो तो ऊँचा जीएमपी जोखिम भी बढ़ाता है।
4) अलग-अलग सोर्स पर नजर रखें: कई ब्रोकर्स और वेबसाइट अलग-अलग GMP बताते हैं। एक ही सोर्स पर भरोसा न करें।
5) लिस्टिंग प्राइस और जीएमपी का गणित: अगर GMP ₹100 है और लिस्टिंग पर अनुमानित प्राइस ₹300 है, तो लोगों की उम्मीद है कि शेयर ₹400 तक जा सकता है। पर यह गारंटी नहीं है।
छोटा टिप: जीएमपी को केवल 'फायदा मिलने की गारंटी' मत समझिए। यह भी बता सकता है कि लोग कितना जोखिम लेने को तैयार हैं।
अंत में, अगर आप IPO में निवेश कर रहे हैं तो जीएमपी को एक इनपुट की तरह इस्तेमाल करें, निर्णायक नहीं। जीएमपी बताएगा कि महीने या दिन के हिसाब से अपेक्षाएं कैसी हैं, लेकिन आपकी जांच—कंपनी के दस्तावेज, ग्रोथ प्लान और मार्केट कंडीशन—सबसे जरूरी है।
अगर चाहें, हम आप के लिए किसी हालिया IPO का जीएमपी और कंपनी के fundamentals का छोटा विश्लेषण कर देंगे—बताइए किस IPO पर जानकारी चाहिए?