अगर आपने कभी कंपनी के शेयर में निवेश किया है तो "डिमर्जर" शब्द सुनना संभव है। ये शब्द थोड़ा उलझा सकता है, लेकिन बात को सॉलिड समझिए तो आसानी से समझ आ जाता है। डिमर्जर का मतलब है कि कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को खतम करके नए शेयर इश्यू करती है। ऐसा करके कंपनी का पूँजी संरचना बदलती है और पुराने शेयरहोल्डर से नया शेयर मांगती है।
कंपनियों के पास कई कारण होते हैं कि वो डिमर्जर की राह चुनती हैं। सबसे आम कारण है ऋण कम करना। अगर कंपनी के पास बहुत सारा लोन है तो नए शेयर निकाल कर वो लोन चुकाने की कोशिश करती है। दूसरा कारण है कंपनी को पुनर्गठित करना. कभी‑कभी प्रबंधन सोचता है कि मौजूदा शेयरों के हिसाब से शेयर की कीमत बहुत ऊँची या बहुत नीची है, तो डिमर्जर करके एक नई कीमत तय की जा सकती है। तीसरा कारण है विलय या अधिग्रहण. दो कंपनियों का मिलना‑जुलना हो तो उनका एक ही शेयर संरचना बनाना आसान होता है।
डिमर्जर की शुरुआत कंपनी बोर्ड की मंजूरी से होती है। फिर शेयरहोल्डर को एक नोटिस मिलता है जिसमें बताया जाता है कि कितने पुराने शेयरों के बदले कितने नए शेयर देंगे। अक्सर ये अनुपात 1:1 या 2:1 हो सकता है, यानी दो पुराने शेयरों के बदले एक नया या दो नया। नोटिस में दावे की अंतिम तिथि, नई शेयरों का मूल्य और डिलिवरी की प्रक्रिया भी लिखी होती है। शेयरहोल्डर को अगर नया शेयर नहीं लेना, तो वो अपने पुराने शेयर बेच कर या छोड़ कर भी जा सकता है, लेकिन उस पर टैक्स या डिविडेंड का असर पड़ सकता है।
ध्यान रखें, डिमर्जर में हिस्सा लेने से आपका निवेश मूल्य कभी कभी घट सकता है, कभी बढ़ भी सकता है। इसलिए निवेश करने से पहले कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट, डिमर्जर के कारण और भविष्य की योजना पर नजर डालें। अगर आप समझ नहीं पा रहे हैं तो अपने वित्तीय सलाहकार से बात करें।
डिमर्जर के बाद क्या करना चाहिए? सबसे पहले अपने ब्रोकर या डेटाबेस में नई शेयरों की स्थिति चेक करें। अगर आप नया शेयर ले रहे हैं तो उसकी मूल्यांकन करें—क्या नई कीमत आपके निवेश लक्ष्य से मेल खाती है? अगर नहीं, तो आप शेयर बेचने का विकल्प चुन सकते हैं। साथ ही, डिमर्जर के साथ अक्सर टैक्स इम्पैक्ट भी आता है, इसलिए टैक्स प्लानिंग को नजरअंदाज न करें।
आख़िर में, डिमर्जर सिर्फ एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि कंपनी के भविष्य की दिशा का संकेत भी हो सकता है। सही जानकारी और समझ के साथ आप इस प्रक्रिया को अपनी निवेश रणनीति में सम्मिलित कर सकते हैं और जोखिम को कम कर सकते हैं। पढ़ते रहिए, सीखते रहिए, और अपने पोर्टफोलियो को सुदृढ़ बनाइए।