आवंटन (Allotment) — क्या है और आप इसे कैसे चेक करें

आवंटन का मतलब है किसी चीज़ का आपको पारंपरिक तरीके से मिला हुआ हिस्सा — जैसे IPO में शेयर, कॉलेज में सीट या लॉटरी में पुरस्कार। पर असल में पता होना चाहिए कि कब और कहाँ चेक करें, और मिलने पर या न मिलने पर क्या करना है। यहाँ आसान भाषा में सीधे-सीधे कदम बताए गए हैं ताकि आप तुरंत काम कर सकें।

IPO आवंटन कैसे चेक करें

IPO आवंटन की जानकारी पाने के लिए ये स्टेप फॉलो करें: सबसे पहले कंपनी के रजिस्ट्रार (जैसे KFinTech, Link Intime, Bigshare) की वेबसाइट पर जाएं। वहां IPO अलॉटमेंट/ISSUE STATUS सेक्शन होता है। अपने PAN या आवेदन संख्या डालकर चेक कर लें। यही जानकारी BSE/NSE वेबसाइट पर भी उपलब्ध होती है और आपके डीमैट खातें (CDSL/NSDL) में भी शेयर दिखने लगते हैं।

अगर आपको शेयर मिलते हैं तो वह आपके डीमैट खाते में ऑटोमैटिक आएंगे। अगर नहीं मिले तो पैसा अधिकृत बैंक खाते में रिफंड कर दिया जाता है — आमतौर पर 2–5 दिनों में। रिफंड न दिखे तो बैंक स्टेटमेंट और रजिस्ट्रार के नोटिस चेक करें।

मिलने के बाद क्या करें? तुरंत अपनी रणनीति तय करें: होल्ड करना है या लिस्टिंग पर ही बेचना है। टैक्स और ब्रोकरेज का ध्यान रखें। अगर गलती से अलॉटमेंट दिख रहा है पर शेयर डीमैट में नहीं आए, तो रजिस्ट्रार और ब्रोकरेर से संपर्क करें।

कॉलेज सीट और लॉटरी आवंटन — क्या करना चाहिए

कॉलेज सीट आवंटन के लिए आधिकारिक पोर्टल (state counselling, JoSAA, या यूनिवर्सिटी की साइट) पर लॉगिन करें। आवंटन पत्र डाउनलोड करके आवश्यक दस्तावेज़ लेकर निर्धारित समय में कॉलेज रिपोर्ट करें और फीस जमा करें। समय पर रिपोर्ट न करने पर सीट कट सकती है, इसलिए तारीखें नोट कर लें।

लॉटरी आवंटन के मामले में आधिकारिक लॉटरी साइट या लोकल परिणाम चैनल पर रिजल्ट चेक करें। विजेता सूची में नाम/नंबर मैच होने पर प्रमाण और पहचान लेकर पुरस्कार दावा की प्रक्रिया पूरी करें। अनधिकृत कॉल और संदेश से सावधान रहें — अधिकारी कभी भी बैंक डिटेल मैसेज में नहीं मांगते।

एक छोटी चेकलिस्ट: आधिकारिक लिंक ही खोलें, PAN/Aadhaar और बैंक स्टेटमेंट तैयार रखें, समय सीमा नोट करें, और किसी भी समस्या पर संबंधित रजिस्ट्रार/कॉलेज/लॉटरी ऑफिस से लिखित जवाब लें।

आख़िर में, आवंटन मिलने या न मिलने पर जल्दी और सही कदम उठाने से परेशानी कम होती है। अगर किसी स्टेप में उलझन हो तो पहले आधिकारिक पोर्टल और फिर ग्राहक सेवा से बात करें — यह छोटे कदम बाद बड़ी दिक्कत से बचाएंगे।