Akums Drugs IPO के बारे में सोच रहे हैं? सबसे पहले यही पता कर लें कि यह कंपनी क्या करती है, उसकी फायनेंशियल कंडीशन कैसी है और IPO का उद्देश्य क्या है। यहां आसान भाषा में वो सब बातें बताई जा रही हैं जो निवेश करते समय तुरंत काम आएंगी।
Akums Drugs एक दवा निर्माण और कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हो सकती है — इसलिए देखें कि कंपनी किन दवाओं का उत्पादन करती है, क्या वह रेगुलेटरी मानकों पर खरी उतरती है, और क्या उसके पास निर्यात या बड़े क्लाइंट्स का ऑर्डर-बुक है। नियमित राजस्व, मुनाफे का ट्रेंड और कर्ज का स्तर जानना जरूरी है। अगर कंपनी का ग्रोथ स्थिर और मर्जिन अच्छा है, तो IPO में आकर्षण बढ़ता है।
ध्यान दें: किसी भी IPO में सिर्फ ब्रांड नेम देख कर फैसला मत लें। बैलेंस शीट, कैश फ्लो और रेवेन्यू ग्रोथ को एक्सामिन करें।
1) IPO डॉक्युमेंट/DRHP पढ़ें: जहाँ IPO का उद्देश्य, फंड का उपयोग और जोखिम बताए गए होते हैं।
2) प्राइस बैंड और लॉट साइज देखें: कितना रेंज रखा गया है और एक लॉट में कितने शेयर आते हैं।
3) अपने ब्रोकरेज अकाउंट से ASBA या नेट-बैंकिंग के माध्यम से आवेदन करें। मोबाइल ऐप से भी आसानी से सब्मिट कर सकते हैं।
4) आरटीए वेबसाइट या BSE/NSE पर अलॉटमेंट चेक करें। अगर शेयर नहीं मिलता, तो पैसा ऑटोमैटिक रीफंड हो जाएगा।
एक छोटी टिप — GMP (ग्रे मार्केट प्राइस) को देखकर जल्दबाज़ी में निवेश न करें। यह अनौपचारिक संकेत देता है लेकिन रिस्क भी होता है।
जोखिम क्या हैं? दवा सेक्टर में रेगुलेटरी चेंज, क्लॉज की मंजूरी में देरी या उत्पादन में रुकावटें कंपनी के शेयर को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा IPO के बाद पहली कुछ ट्रेडिंग डेज़ में हाई वोलैटिलिटी आम है।
कब खरीदें — सब्सक्राइब करें या नहीं? अगर आपकी रिसर्च बताती है कि कंपनी का वैल्यूएशन सस्ती है, ग्रोथ क्लियर है और मैनेजमेंट भरोसेमंद दिखता है, तो लंबी अवधि के विचार से निवेश कर सकते हैं। अगर आप शॉर्ट टर्म गेन की सोच रहे हैं, तो लिस्टिंग के समय वोलैटिलिटी और गैप को ध्यान में रखें।
अंत में, IPO में निवेश हमेशा जोखिम के साथ आता है। अपने फाइनेंशियल गोल, रिस्क टॉलरेंस और पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन को ध्यान में रखकर ही निर्णय लें। अगर चाहें, मैं Akums Drugs IPO के डॉक्युमेंट की मुख्य बातें सहेजकर दे सकता/सकती हूँ ताकि आप आसानी से तुलना कर सकें।