राहुल गांधी द्वारा वायानाड के लोगों के साथ विश्वासघात?
भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तीखी आलोचना की है। चंद्रशेखर का आरोप है कि राहुल गांधी ने अपने लोकसभा सीट के फैसले में केरल के वायानाड के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली से अपनी सीट बरकरार रखी, जबकि वायानाड के लोगों ने उन्हें भारी संख्या में वोट देकर उनका समर्थन किया था।
दोनों सीटों पर हुई जीत
राहुल गांधी ने हाल ही में रायबरेली और वायानाड दोनों सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर भारी मतों से जीत हासिल की। रायबरेली में उन्होंने भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को 3,90,030 वोटों से हराया, जबकि वायानाड में उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सिस्ट की एनी राजा को 3,64,422 वोटों से शिकस्त दी।
चंद्रशेखर का कहना है कि राहुल गांधी ने वायानाड के लोगों को धोखा दिया क्योंकि उन्होंने चुनाव लड़ते समय यह स्पष्ट नहीं किया था कि वे रायबरेली से भी चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की घोषणा
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने हाल ही में घोषणा की कि प्रियंका गांधी वाड्रा वायानाड से चुनाव लड़ेंगी। यदि उनकी जीत होती है, तो नेहरू-गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे: सोनिया गांधी राज्यसभा में और राहुल तथा प्रियंका लोकसभा में।
चंद्रशेखर ने कहा कि यह निर्णय वायानाड के लोगों के साथ अन्याय है, जिन्होंने राहुल गांधी को इतने बड़े अंतर से जिताया लेकिन फिर भी उन्हें निराशा हाथ लगी।
राहुल गांधी का प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि यह एक रणनीतिक फैसला था और पार्टी ने तय किया कि किस सीट को बरकरार रखना है। उनके समर्थकों का कहना है कि राहुल गांधी की योजनाओं में केरल और खासकर वायानाड की प्रमुखता है, और वे वहां के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस निर्णय का जमकर विरोध किया है और इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया है। भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने इसे वायानाड के निवासियों के साथ अन्याय बताया और आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पहले ही यह तय कर लिया था कि वे रायबरेली की सीट को बरकरार रखेंगे, लेकिन इस बारे में लोगों को सचेत नहीं किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस प्रकार के मुद्दे ने केरल और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। आगामी चुनावों में ये विवाद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं और मतदाताओं के निर्णय पर प्रभाव डाल सकते हैं।
वायानाड के निवासियों की प्रतिक्रिया
वायानाड के निवासियों ने इस विषय पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोगों का मानना है कि राहुल गांधी ने उनका भरोसा तोड़ा है, जबकि अन्य को लगता है कि राहुल गांधी का विकास कार्यों में योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।
चुनावों के समय नेताओं के फैसले और उनके प्रभावी परिणाम अक्सर जनता की धारणाओं पर गहरा असर डालते हैं। क्या वायानाड के लोग इस निर्णय को भुला पाएंगे या यह मुद्दा आगे भी राजनीतिक बहस का मुद्दा बना रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा।