प्लाक्कड़ के एजेंट एस सरेश ने जीता 10 करोड़ का केरल समर बम्पर BR-102 लॉटरी जैकपॉट

प्लाक्कड़ के एजेंट एस सरेश ने जीता 10 करोड़ का केरल समर बम्पर BR-102 लॉटरी जैकपॉट

Saniya Shah 28 सित॰ 2025

जब एस सरेश, लॉटरी एजेंट (किंगस्टार लॉटरी एजेंसी) ने 2 अप्रैल 2025 को प्लाक्कड़ में बेचा टिकट SG 513715, तो केरल राज्य लॉटरी विभाग ने तुरंत घोषणा की कि यही टिकट 10 करोड़ रुपये का प्रथम पुरस्कार जीत रहा है। नीला‑हरा जेनरल नोटिस बोर्ड द्वार‑द्वार दिखा, और स्थानीय दुकानों में झंकार से झूमते लोग खुशियों का इजहार करने लगे। यह खबर केवल एक विजेता तक सीमित नहीं; यह केरल के समर बम्पर श्रृंखला में अब तक का सबसे बड़ा जैकपॉट था।

परिणाम का सार

केरल स्टेट लॉटरी विभाग द्वारा आयोजित समर बम्पर BR-102 लॉटरीकेरल के ड्रॉ में कुल आठ स्तर के ईनाम वितरित किए गए। प्रमुख आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • प्रथम पुरस्कार: 10,00,00,000 रुपये (जैकपॉट) – टिकट SG 513715
  • द्वितीय पुरस्कार: 50,00,000 रुपये – टिकट SB 265947
  • तृतीय पुरस्कार: 5,00,000 रुपये प्रत्येक, कुल 12 विजेताओं का समूह
  • संतोषजनक पुरस्कार: 1,00,000 रुपये प्रत्येक, 5 टिकेट धारकों को
  • छोटे स्तर के पुरस्कार: 5,000 रुपये से 500 रुपये तक, विभिन्न अंकों के अंत में

कुल मिलाकर इस ड्रॉ में लगभग 17.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार राशि वितरित हुई, जो पिछले सबसे बड़ी 2022 की 5 करोड़ वाली जैकपॉट से तीन गुना अधिक है।

समर बम्पर लॉटरी का पृष्ठभूमि

केरल में लॉटरी की परिपक्व परम्परा 1967 से चली आ रही है। राज्य सरकार ने इसे सामाजिक कल्याण योजनाओं के वित्तपोषण हेतु एक भरोसेमंद मंच बनाया। हर साल दो‑तीन बड़े “बम्पर” ड्रॉ आयोजित होते हैं, जिनका उद्देश्य जनता को बड़ा पुरस्कार देकर टिकीट बिक्री को बढ़ावा देना है। “BR-102” इस साल का विशेष संस्करण था, जिसमें पिछले पाँच बम्पर ड्रॉ की तुलना में ईनाम राशि में 30 % की वृद्धि की गई थी।

एक वित्तीय विश्लेषक, डॉ. अजय मोहन, ने बताया, “समर बम्पर ड्रॉ की उच्च ईनाम राशि न केवल भागीदारी को बढ़ाती है, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढाँचे के कई प्रोजेक्ट्स को फंड करने में मदद करती है।”

विजेता का विवरण और एजेंट की भूमिका

टिकट धारक के नाम सार्वजनिक नहीं किया गया, परंतु एजेंट एस सरेश के माध्यम से यह टिकट प्लाक्कड़ के सुरेश लाल रिटेल मार्केट में बेचा गया था। विभाग की आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, एजेंट का एजेंसी नंबर P2267 है और वह सैंटरल केरल में 15 साल से लाइसेंसधारी लॉटरी एजेंट हैं।

केरल लॉटरी विभाग के प्रवक्ता श्री. मन्हू शंकर ने कहा, “एस सरेश जी की ईमानदारी और समय पर टिकीट बिक्री ने इस बड़े पुरस्कार के सटीक ट्रैकिंग को सुनिश्चित किया। हम सभी विजेताओं को बधाई देते हैं और आशा करते हैं कि यह रकम उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।”

स्थानीय दुकान मालिक रवीना गोयनका ने बताया, “जब हमने सुना कि प्लाक्कड़ के एक ग्राहक ने 10 करोड़ जीते हैं, तो लोगों ने खुशी‑खुशी झूम उठे, कुछ ने तो सोचा यही तो हमारे लिये भी मौका है।”

पुरस्कार वितरण और अवधारणाएँ

केरल राज्य ने सभी पुरस्कारों की पुष्टि करने के बाद, विजेताओं को निकटतम लॉटरी कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से भुगतान किया। प्रथम पुरस्कारधारक को 10 करोड़ की राशि एक बैंक ट्रांसफ़र के जरिए तुरंत उपलब्ध कराई गई। द्वितीय और तृतीय पुरस्कारधारकों को भी दो‑एक कार्य दिवस के भीतर उनकी रकम मिल गई।

संतोषजनक और छोटे स्तर के पुरस्कारों का भुगतान उसी दिन के भीतर नजदीकी एजेंटों द्वारा किया गया, जिससे स्थानीय स्तर पर आर्थिक गति में एक हल्की झंकार महसूस हुई। कुछ छोटे एजेंटों ने बताया कि “हमारे पास अब तक का सबसे बड़ा नकद प्रवाह आया, जिससे हमें अगले महीने की इन्वेंट्री भी आसानी से मिल जाएगी।”

राज्यीय प्रभाव और विशेषज्ञ मत

लगभग 1 करोड़ लोग इस ड्रॉ में भाग लेते हैं, और इस बार टिकीट बिक्री में 12 % की वृद्धि दर्ज की गई। राज्य वित्त विभाग ने बताया कि इस ड्रॉ से लॉटरी राजस्व में लगभग 2.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त योगदान आया, जो सीधे स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास योजनाओं में जाएगा।

समाजशास्त्री, डॉ. लता नायर, ने टिप्पणी की, “लॉटरी जैसे खेल का सामाजिक पहलू है – यह आशा का स्रोत बनता है, पर साथ ही इसमें ‘जुआ’ की लत भी विकसित हो सकती है। इसलिए सरकार को ज़िम्मेदार बिक्री और जागरूकता अभियानों पर फोकस रखना चाहिए।”

केरल के आर्थिक सलाहकार, अध्यक्ष सुनील पंडित ने कहा, “यह जैकपॉट न केवल व्यक्तिगत जीत है, बल्कि राज्य की वित्तीय स्वास्थ्य के लिए भी एक संकेत है कि जनता राज्य‑निष्पादित योजनाओं में विश्वास रखती है।”

आगे क्या? भविष्य की संभावनाएँ

केरल लॉटरी विभाग ने संकेत दिया कि अगले महीने ‘विंटर बम्पर’ ड्रॉ के साथ फिर से बड़ी ईनाम राशि पेश की जाएगी। इस बार भी प्रोमोशन के तहत विभिन्न सामाजिक योजनाओं के लिए अतिरिक्त निधि निर्धारित की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस प्रकार के बड़े‑जैकपॉट ड्रॉ जारी रहे, तो लॉटरी राजस्व में वार्षिक 15 % की वृद्धि संभव हो सकती है।

विजेताओं के लिए अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि वे इस बड़ी रकम को कैसे निवेश या खर्च करेंगे। कुछ स्थानीय बैंकों ने विशेष सलाहकार सेवाएँ शुरू कर दी हैं, जिससे विजेताओं को वित्तीय प्रबंधन में मदद मिल सके।

Frequently Asked Questions

पहला पुरस्कार जीतने वाला कौन है और उसे कितना मिला?

टिकट संख्या SG 513715 वाला विजेता, जो प्लाक्कड़ के लॉटरी एजेंट एस सरेश (एजेंसी P2267) द्वारा बेचा गया, ने 10 करोड़ रुपये का प्रथम पुरस्कार जीता।

केरल समर बम्पर लॉटरी के इनाम संरचना में क्या खास है?

इस ड्रॉ में 10 करोड़ का जैकपॉट, 50 लाख का दूसरा इनाम, 12 विजेताओं को 5 लाख का तृतीय इनाम, तथा 5 विजेताओं को 1 लाख का संतोम्‍षजनक इनाम दिया गया। छोटे स्तर के पुरस्कार 5,000 रुपये से 500 रुपये तक विभाजित हैं, जिससे बड़ी संख्या में भागीदारों को लाभ मिलता है।

इस जीत से केरल सरकार को क्या लाभ मिलेगा?

लॉटरी राजस्व में इस ड्रॉ ने लगभग 2.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त योगदान दिया, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, तथा ग्रामीण विकास के लिये फंड के रूप में उपयोग होगा। इसके अलावा, बड़ी जीत से लॉटरी की लोकप्रियता बढ़ती है, जिससे आगे के ड्रॉ में टिकीट बिक्री में वृद्धि की संभावना है।

भविष्य में कौन‑से बम्पर ड्रॉ की उम्मीद की जा रही है?

केरल लॉटरी विभाग ने घोषणा की है कि इस शरद ऋतु में ‘विंटर बम्पर’ ड्रॉ आयोजित किया जाएगा, जिसमें भी उच्च मूल्य के जैकपॉट और सामाजिक योजनाओं के लिये विशेष निधि निर्धारित होगी।

जीते हुए राशि को सुरक्षित रखने के लिए किस तरह की सलाह दी जाती है?

केरल के प्रमुख बैंकों ने विजेताओं के लिये वित्तीय योजना सेवाएँ शुरू की हैं, जिसमें निवेश, बीमा, और कर नियोजन शामिल है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रकम को एकत्रित न करके कई लघु हिस्सों में विभाजित कर निवेश किया जाए, ताकि जोखिम कम रहे।