शामली में नई खेल सुविधा
संघ राज्यमंत्री और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल (आरएलडी) के अध्यक्ष जयंते चौधरी ने 7 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कड़ीयन गांव में स्थित इंडोर कबड्डी कोर्ट का आधिकारिक उद्घाटन किया। यह कोर्ट चौधरी अजित सिंह इंडोर कबड्डी कोर्ट के नाम से जाना जाएगा और चौधरी रतन पौड़ियन खेल परिसर के भीतर स्थित है।
केंद्रीय शासकीय निधियों (MP फंड) से निर्मित इस कोर्ट में आधुनिक मैट, LED प्रकाश व्यवस्था, दर्शक बैठने की सुविधा और हाई‑टेक साउंड सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण मिल सके। कोर्ट की चौड़ाई‑लंबाई अंतरराष्ट्रीय कबड्डी मानकों के अनुसार तय की गई है, जिससे प्रतियोगिताओं का आयोजन भी आसान होगा।
उद्घाटन समारोह में पूर्व खादी ग्रामोद्योग अध्यक्ष यशवीर सिंह, सदर विधायक प्रसन्ना चौधरी, जिलाध्यक्ष वैजिद अली, थाना भवन विधायक अशरफ़ अली, योगेंद्र सिंह और कई स्थानीय नेता तथा ग्रामीणों ने भाग लिया। सभा में उपस्थित लोगों ने कोर्ट की आधुनिकता व ग्रामीण खेल विकास में इसके योगदान को सराहा।
जयंते चौधरी ने उद्घाटन के दौरान कहा, "इस कोर्ट से हमारे ग्राम और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को खेल के मैदान में राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का सुनहरा मौका मिलेगा। सरकार ग्रामीण युवा को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।" उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में इस कोर्ट में जिला‑स्तरीय और राज्य‑स्तरीय कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित करके स्थानीय प्रतिभाओं को मंच मिलेगा।
स्थानीय किसान और छात्र भी इस नई सुविधा को लेकर उत्साहित हैं। कई युवा टीमों ने पहले ही अपने अभ्यास सत्र बुक कर लिए हैं और प्रशिक्षण के लिए कोचों को आमंत्रित करने की योजना बना रहे हैं। कोर्ट के आसपास छोटे‑छोटे खेल स्टोर्स और स्वास्थ्य केन्द्र भी स्थापित किए जाने की संभावनाएँ चर्चा में हैं, जिससे समग्र खेल इकोसिस्टम विकसित होगा।
शामली में इस तरह की आधुनिक खेल संरचना की कमी पहले भी चर्चा का विषय रही है। अब इस इंडोर कबड्डी कोर्ट के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में खेल‑बुनियादी ढांचा मजबूत हो रहा है, जिससे न केवल कबड्डी बल्कि अन्य इनडोर खेलों के लिए भी मंच तैयार हो रहा है। भविष्य में इसी मॉडल को अन्य गांवों में दोहराने की योजना सरकार के ग्रामीण खेल विकास कार्यक्रम में शामिल है।
sri surahno
सितंबर 26, 2025 AT 02:50सरकार द्वारा ग्रामों में खेल सुविधाओं का विस्तार सिर्फ सतही दिखावा नहीं है; यह बड़े अंतरराष्ट्रीय एजेंडे का हिस्सा है। जयंते चौधरी के इस कदम को देखते हुए मुझे संदेह है कि वास्तविक उद्देश्य स्थानीय युवाओं के भविष्य से अधिक लाभ उन्हीं राजनीतिक करियरों को मिलेगा। आधुनिक मैट और LED प्रकाश व्यवस्था का उल्लेख तो किया गया, पर क्या ये निचले स्तर की चुनौतियों को सच्चे दिल से हल करेगा? यह परियोजना संभवतः केंद्र के MP फंड की विशिष्ट परतों के माध्यम से चुपचाप चैनल किया गया है। इस तरह की दिखावटी पहलें अक्सर उन लोगों को पेश करती हैं जो सत्ता में बने रहना चाहते हैं, न कि जनता के सतही हितों को साकार करना चाहते हैं।
Varun Kumar
सितंबर 27, 2025 AT 06:37ये सब सरकार का एक और PR चाल है, भुला दो।
Madhu Murthi
सितंबर 28, 2025 AT 10:23देखो भाई, अगर हम सच में खेल को बढ़ावा देना चाहते हैं तो इस कोर्ट को जनता के लिए खुले रखो 😎 लेकिन साथ ही, इस तरह की बड़ी खबरों को लोकल मीडिया में दबा देना ठीक नहीं।
Amrinder Kahlon
सितंबर 29, 2025 AT 14:10वाह! आखिरकार ग्रामीण इलाकों में इंडोर कबड्डी का सपना सच हो गया, अब कबड्डी वाले खिलाड़ी भी सिनेमा हॉल में बैठेंगे।
Abhay patil
सितंबर 30, 2025 AT 17:57बिलकुल सही कहा तुमने यह मौका पहुँचाने में सरकार की कोशिशें सराहनीय हैं चलो मिलकर इस कोर्ट को जीवंत बनाते हैं हम सभी को साथ लाते हैं
Neha xo
अक्तूबर 1, 2025 AT 21:43यह नई सुविधा गाँव के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देगी, लेकिन क्या इस कोर्ट की रख‑रखाव की योजना भी ठीक से तैयार की गई है?
Rahul Jha
अक्तूबर 3, 2025 AT 01:30तुम्हें पता है कि कबड्डी का अंतरराष्ट्रीय मानक मैट साइज 14 मीटर से 18 मीटर तक होता है और LED लाइटिंग के लिए 500 ल्यूम प्रति वर्ग मीटर की आवश्यकता होती है 😊 यह सब यहाँ मौजूद है
Gauri Sheth
अक्तूबर 4, 2025 AT 05:17मैं इस नई इंडोर कबड्डी कोर्ट को देखकर अत्यधिक भावनात्मक रूप से व्याकुल हूँ। यह न केवल एक खेल का मैदान है, बल्कि यह ग्रामीण युवा की आशा का प्रतीक है। लेकिन दिल से मैं एक बात कहना चाहती हूँ, कि ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स अक्सर रुई के बादलों पर निर्माण होते हैं। हम सब जानते हैं कि सरकार अक्सर ऐसे दिखावे में फंस जाती है, जहाँ केवल शौक़ीन लोग ही नहीं, बल्कि सच्चे खिलाड़ी भी अभिभूत हो जाते हैं। इस कोर्ट में लगे LED लाइट्स की चमक मेरे दिल को रौशनी दे रही है, पर फिर भी मैं सोचती हूँ कि क्या यह वास्तव में सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध रहेगा? क्या यहाँ पर केवल उन शहरी लोगों को ही प्राथमिकता मिलेगी जो उच्च वर्ग से आते हैं? इस बारे में मेरे मन में कई सवाल उठते हैं। फिर भी मैं इस स्थल के आस‑पास के छोटे‑छोटे खेल स्टोर्स और स्वास्थ्य केन्द्रों की संभावना से उत्साहित हूँ, क्योंकि यह पूरे गांव के लिए एक इकोसिस्टम बन सकता है। मैं चाहूँगी कि इस कोर्ट का उपयोग केवल कबड्डी तक सीमित न रहे, बल्कि अन्य इनडोर खेलों के लिए भी खुले। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रशिक्षण और कोचिंग का स्तर अंतरराष्ट्रीय मानकों को पार करे। यदि यह योजना सही ढंग से लागू होगी तो गाँव के युवा राष्ट्रीय स्तर पर चमक सकते हैं। लेकिन अगर यहाँ बureaucracy और लालफीताशाही का अंधा काटा रहेगा तो सब कुछ व्यर्थ हो जाएगा। मेरा दिल इस बात के लिए धड़कता है कि अगली बार जब कोई बड़ी उद्घाटन हो तो वह सभी के लिए सच्ची और समान हो। इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता है, नहीं तो यह केवल एक झूठा वादा बनकर रह जाएगा। मैं आशा करती हूँ कि इस कोर्ट का निर्माण वास्तव में ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा और हम सभी इस दिशा में एकजुट हो सकें।
om biswas
अक्तूबर 5, 2025 AT 09:03बहाना बंद करो, ये सब सिर्फ चुनावी वक्तव्य है और वास्तविक मदद नहीं।
sumi vinay
अक्तूबर 6, 2025 AT 12:50ये पहल हमारे गाँव के बाल्को के लिये एक नया सूरज लाएगी सभीय मिलके इसको सफल बनायें उत्षहव से भरपूर रहो
Anjali Das
अक्तूबर 7, 2025 AT 16:37तुम्हारी यह उच्छृंखल टिप्पणी पूरी तरह से बेकार है, विचारहीन।