भारत में मंकीपॉक्स वायरस का नया प्रकार
भारत में स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स वायरस के एक नये प्रकार क्लेड 1b के मामले की पुष्टि की है। केरल राज्य के मलप्पुरम जिले के 38 वर्षीय व्यक्ति को इस संक्रमण के साथ पहचाना गया है। यह व्यक्ति हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से यात्रा करके लौटा था। यह मामला देश में उभर रहे नये प्रकार के मंकीपॉक्स वायरस के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले को पुष्टि की है और मरीज को केरल के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सा अधिकारियों ने मरीज के संपर्क में आए 27 लोगों के साथ-साथ 37 विमान यात्रियों की भी जांच की है, जिनमें से किसी में भी मंकीपॉक्स संक्रमण के संकेत नहीं मिले हैं।
मंकीपॉक्स का विकास और संक्रमण
क्लेड 1b वायरस की उत्पत्ति इस वर्ष की शुरुआत में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में हुई थी, जो इस क्षेत्र में विभिन्न क्लेड्स से जुड़े जटिल संक्रमणों के केंद्र में है। इसके संक्रमण का विस्तार कांगो से चार अन्य अफ्रीकी देशों में भी हो चुका है। अगस्त में, पहली बार क्लेड 1b की जानकारी अफ्रीका के बाहर स्वीडन और थाईलैंड में मिली थी।
स्वास्थ्य संगठनों की सिफारिशें
संयुक्त राज्य अमेरिका के रोग नियंत्रण और निवारण केंद्र (CDC) ने अपने मंकीपॉक्स स्वास्थ्य चेतावनी को अद्यतन किया है। प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि क्लेड 1b से प्रभावित वयस्कों में संक्रमित मामलों का एक बड़ा हिस्सा घनिष्ठ या यौन संपर्क से जुड़ा हुआ है। CDC ने सुझाव दिया है कि जो व्यक्ति DRC या अन्य क्लेड 1 सक्रियता वाले देशों की यात्रा के दौरान यौन गतिविधियों की संभावना रखते हैं, उन्हें जेन्नियोस टीका की दो खुराक लगवाई जानी चाहिए। CDC ने स्वास्थ्य प्रदाताओं से यह भी आग्रह किया है कि वे मरीजों के साथ यौन इतिहास और यात्रा योजना पर चर्चा करें, जिसमें यात्रा के दौरान किसी भी यौन गतिविधि की संभावना को शामिल किया जाना चाहिए।
WHO की रिपोर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि क्लेड 1b के मामले DRC के पूर्वी हिस्से और बु्रंडी में फैल रहे हैं। WHO का मानना है कि पूर्वी DRC और पड़ोसी देशों के लिए उच्च जोखिम बना हुआ है। इसके अलावा, नाइजीरिया और पूर्वी, पश्चिमी और केंद्रीय अफ्रीका के देशों के लिए मध्यम जोखिम है। पूरे विश्व में मंकीपॉक्स के सामान्य मामलों में, WHO ने यूरोप और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रों में बढ़ोतरी और अमेरिकास क्षेत्र में घटती प्रवृत्ति की पहचान की है।
भारत में संक्रमण के इस नये प्रकार ने स्वास्थ्य विभाग और आम जनमानस में एक नई चिंता पैदा कर दी है। इसके चलते, यात्रा और संपर्क इतिहास के महत्व पर जोर देते हुए, अत्यधिक सावधानी बरती जा रही है।