अफ़ग़ानिस्तान व ज़िम्बाब्वे ने बुलावायो में बनाए टेस्ट रनों के रिकॉर्ड

अफ़ग़ानिस्तान व ज़िम्बाब्वे ने बुलावायो में बनाए टेस्ट रनों के रिकॉर्ड

Saniya Shah 20 अक्तू॰ 2025

जब हशमतुल्लाह शाहिदी, अफ़ग़ानिस्तान की टेस्ट क्रिकेट कप्तान और अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बुलावायो एथलेटिक क्लब में 246 रनों का जुगाड़ किया, तो ज़िम्बाब्वे की टीम ने भी अपना सबसे बड़ा स्कोर 586 बनाया। यह मैच झिम्बाब्वे बनाम अफ़ग़ानिस्तान टेस्टबुलावायो एथलेटिक क्लब के तहत खेला गया और अंत में ड्रॉ में समाप्त हुआ। टेस्ट क्रिकेट के इस यादगार पारी ने दो टीमों के रिकॉर्ड को फिर से लिखा।

बुलावायो, ज़िम्बाब्वे का दूसरा सबसे बड़ा शहर, कई बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मेज़बान रहा है, लेकिन इस बार इसका नाम इतिहास की किताबों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा। 1994 से यह एथलेटिक क्लब अंतरराष्ट्रीय मैचों की धड़कन रहा है, पर अब यहाँ दो छोटे‑से‑देशों ने बड़े‑सपने देखे।

पृष्ठभूमि और ऐतिहासिक संदर्भ

ज़िम्बाब्वे ने 1992 में टेस्ट स्टेडियम में कदम रखा था, पर उनका स्कोरिंग रिकॉर्ड कभी भी 500‑से‑अधिक नहीं पहुंचा था। वहीं, अफ़ग़ानिस्तान ने 2018 में अपना पहला टेस्ट पदक उठाया और तब से तेज़ी से उन्नति की है। दोनों टीमें 2023‑2025 आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के शुरुआती दौर में एक‑दूसरे से टकरा रही थीं, और अंक तालिका में आगे‑पीछे की दौड़ ने उन्हें अड़े‑बड़े लक्ष्य तय करने के लिए प्रेरित किया।

जिन बातों को अक्सर अनदेखा किया जाता है, उनमें से एक है कि अफ़ग़ानिस्तान ने केवल दस टेस्ट में ही 600‑प्लस कुल स्कोर बनाया, वह भी सबसे कम मैचों में—पाकिस्तान ने 19वें टेस्ट में यह किया था, 1958 में। यह साबित करता है कि नई टीमें भी परंपरागत शक्ति को चुनौती दे सकती हैं।

रिकॉर्ड‑भरे प्रथम पारी

पहले दिन ज़िम्बाब्वे ने 586 रन बनाकर अपना अब तक का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर स्थापित किया। क्रेग इरविन, ज़िम्बाब्वे के कप्तान, ने अपनी टीम को भरोसे का इज़हार किया, जबकि उनका बैटिंग क्रम देर तक चुप नहीं रहा।

दूसरे दिन अफ़ग़ानिस्तान के बल्लेबाज़ों ने 699 रन बनाकर अपना नया रिकॉर्ड तोड़ा। इस पारी का सबसे बड़ा सितारा, रहमत शाह, ने 234 रन बनाए, जो की पहले ही पारी में उनका खुद का रिकॉर्ड था। इन दोनों इंटीरियर को मिलाकर कुल 1,285 रन का संकलन टेस्ट इतिहास में एक सबसे ऊँचा स्कोर बन गया।

मुख्य खिलाड़ियों की बेमिसाल प्रदर्शन

हशमतुल्लाह शाहिदी की 246‑रन की पारी न केवल उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ था, बल्कि वह पाँचवें खिलाड़ी बन गए जिनके दो शुरुआती शतकों ने डबल‑सेंचर में बदल दिया। उनका बड़ा प्रतिद्वंदी—रहमत शाह—भी इस पारी में चमके, और दोनो ने 95 ओवर के साझेदारी में रनों की बौछार की, जो कि पूरे दिन के खेल में तीसरे क्रम में सबसे लंबा साझेदारी बना।

इन रिकॉर्ड‑भरे क्षणों की तुलना 1958 में पैकेस्टन के 657‑रन या 2020 में भारत‑ऑस्ट्रेलिया की हाई‑स्कोरिंग पारी से की जा सकती है, पर अफ़ग़ानिस्तान की गति और युवा ऊर्जा इस बार अलग ही स्तर की दिखी।

टीमों पर प्रभाव और भविष्य की दिशा

रैंकिंग की बात करें तो इस ड्रॉ ने अफ़ग़ानिस्तान को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में महत्वपूर्ण अंक दिलाए, जो आगे के फ़ेज़ में उनके लिए बड़ी मदद करेगा। ज़िम्बाब्वे के लिए भी यह जीत‑की‑बजाए‑ड्रॉ का एक मोटा-ट्रैंक नहीं है; उनके बल्लेबाज़ी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, और आने वाले सीज़न में उन्हें फिर से प्रतिस्पर्धी दिखना चाहिए।

कोच और विशेषज्ञों का मानना है कि अफ़ग़ानिस्तान अब अपनी आक्रमणात्मक शैली को और सुदृढ़ करेगा, जबकि ज़िम्बाब्वे को बॉलिंग पक्ष में अधिक सन्तुलन बनाना पड़ेगा। दोनों टीमों के अगले मैच इस बात की कसौटी होंगे कि क्या ये रिकॉर्ड‑बनाने वाले प्रदर्शन स्थायी रूप से चलेंगे।

बार-बार कहा जाता है कि इतिहास दो बार नहीं दोहराता, पर यहीं इस पारी ने एक ही दिन दो रिकॉर्ड तोड़े। खिलाड़ी, प्रशंसक और विश्लेषक सभी इस बात से सहमत हैं—टेस्ट क्रिकेट में अब रनों की ऊँचाई नई दिशा में जा रही है, और यह सभी खेलप्रेमियों के लिए उत्सव का समय बन गया है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अफ़ग़ानिस्तान की 699 रन वाली पारी कब हुई?

यह पारी 10 अप्रैल 2024 को बुलावायो एथलेटिक क्लब में खेली गई थी, जिससे अफ़ग़ानिस्तान ने अपना सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर बनाया।

हशमतुल्लाह शाहिदी ने इस टेस्ट में कौन से रिकॉर्ड तोड़े?

शाहिदी ने 246 रन बनाकर अफ़ग़ानिस्तान का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्थापित किया और वह पहला खिलाड़ी बन गए जिन्होंने अपने पहले दो शतक को दोहरी शतकीय (डबल‑सेंचर) में बदला।

ज़िम्बाब्वे का 586 रन का स्कोर किस क्रम में आया?

यह ज़िम्बाब्वे का अब तक का सर्वाधिक टेस्ट स्कोर है, जो उन्होंने पहले दिन बुलावायो में बनाया था। यह स्कोर 1992 के टेस्ट पदार्पण के बाद का सबसे बड़ा मील का पत्थर है।

इस पारी का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर क्या असर पड़ा?

ड्रॉ के कारण दोनों टीमों को अंक मिले, जिससे अफ़ग़ानिस्तान की रैंकिंग में सुधार हुआ। ज़िम्बाब्वे को भी इस उच्च स्कोर से आत्मविश्वास मिला, जो आगे के मैचों में मदद कर सकता है।

बुलावायो एथलेटिक क्लब का क्रिकेट इतिहास में क्या महत्व है?

1994 से इस क्लब ने कई अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच आयोजित किये हैं, लेकिन अब तक का सबसे यादगार पारी यहाँ के दो टेस्ट में बना, जहाँ दोनो देशों ने अपने-अपने रिकॉर्ड तोड़े।

1 Comment

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    Vaidehi Sharma

    अक्तूबर 20, 2025 AT 22:53

    क्या इतना बड़ा स्कोर सच में हुआ? 😲

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