विजय का राजनीतिक सफर: 'तमिलगा वेट्री कझगम' का शुभारंभ
तमिल सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता विजय ने जब अपने प्रशंसकों के सामने राजनीतिक प्रवेश का ऐलान किया, तो यह तय था कि तमिलनाडु की राजनीति में एक नया मोड़ आ जाएगा। 27 अक्टूबर, 2024 को विजय ने तमिलनाडु के विक्रवंडी, विलुप्पुरम जिले में एक शानदार सम्मेलन का आयोजन करके अपनी पार्टी 'तमिलगा वेट्री कझगम' (TVK) का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया। इस पहले राज्य सम्मेलन में विजय के भारी संख्या में समर्थकों की उपस्थिति ने उनकी राजनीतिक यात्रा को एक नई दिशा दी। विजय के इस कदम से राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया।
पार्टी का मूल उद्देश्य और विजय का संदेश
विजय ने पार्टी का ध्वज अनावरण करते हुए अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने अपने भाषण में पार्टी के मूल्यों और उद्देश्यों पर बल दिया। विजय ने कहा कि तमिलनाडु के विकास के लिए सबको मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी, जो राज्य की गौरवशाली विरासत का हिस्सा हैं। पार्टी के कोषाध्यक्ष वेंकट्रामन ने सम्मेलन में एक शपथ का नेतृत्व किया, जिसमें पार्टी की मुख्य अवधारणाओं और विजय के विज़न पर जोर दिया गया। यह एकता का संदेश उपस्थित जनसमूह के बीच सकारात्मक ऊर्जा का श्रोत बना।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और आगामी योजनाएं
विजय की पार्टी को 8 सितंबर, 2024 को भारतीय चुनाव आयोग से आधिकारिक मान्यता मिली। इस पार्टी की योजना है कि वे 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएं। विजय ने स्पष्ट कर दिया कि TVK जनता के लिए एक नया राजनीतिक विकल्प बनेगा, जो राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए समर्पित होगा।
सम्मेलन में विजयी माहौल और प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
सम्मेलन स्थल पर महान द्रविड़ नेता ई.वी. रामासामी 'पेरियार', बी.आर. आंबेडकर, और कॉंग्रेसी दिग्गज के कामराज के कटआउट लगे थे। इन व्यक्तित्वों की तस्वीरें इस नई पार्टी के सिद्धांतों की ओर इशारा करती हैं। तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में अभिनेता से नेता बने एमजीआर, जयललिता, और कमल हासन की पंक्ति में विजय का प्रवेश एक बड़ी घटना मानी जा रही है। उनके समर्थक इस सोच के साथ जुड़ गए हैं कि विजय का नेतृत्व तमिलनाडु की राजनीति में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।
विलंबित आयोजन और विजय की तैयारी
दिलचस्प बात यह है कि इस पहले राज्य सम्मेलन की आयोजन तिथि पहले 23 सितंबर को रखी गई थी, लेकिन अनुमति संबंधी कुछ मुद्दों के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। इस बीच, विजय ने अपनी टीम के साथ मिलकर तमाम तैयारियों को और मजबूत किया और अपने समर्थकों के बीच एक ठोस संदेश फैलाने में कामयाब रहे। तमिलगा वेट्री कझगम का यह पहला कदम तमिलनाडु में विजय की राजनीतिक यात्रा का सिर्फ एक शुरुआत है। विजय और उनकी पार्टी आने वाले समय में क्या नीतियां और कार्यक्रम लाएंगे, इस पर सबकी नजर रहेगी।