2024 लोकसभा चुनाव: चुनाव आयोग ने पहले पाँच चरणों के लिए मतदाताओं की संख्याएं जारी की

2024 लोकसभा चुनाव: चुनाव आयोग ने पहले पाँच चरणों के लिए मतदाताओं की संख्याएं जारी की

मानसी विपरीत 25 मई 2024

2024 लोकसभा चुनाव: चुनाव आयोग ने पहले पाँच चरणों के लिए मतदाताओं की संख्याएं जारी की

भारत के चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले पाँच चरणों के लिए मतदाताओं की संख्याओं का खुलासा किया है। चुनाव आयोग ने यह जानकारी देते हुए यह भी कहा कि मतदाता टर्नआउट के विवरण को उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट्स को पहले ही बता दिया गया है और इसे बदला नहीं जा सकता। इस डेटा को जनता और उम्मीदवारों के लिए Voter Turnout App पर भी उपलब्ध कराया गया है।

पहले पाँच चरणों की मतदाता संख्या

पहले चरण में 166.4 मिलियन नागरिकों ने मतदान किया, और इसमें 66.14 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद दूसरे चरण में 158.65 मिलियन मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो कि 66.71 प्रतिशत टर्नआउट के बराबर था। तीसरे चरण में 172.4 मिलियन मतदाताओं ने मतदान किया, जिसमें 65.68 प्रतिशत टर्नआउट देखा गया। चौथे चरण में 177.08 मिलियन नागरिकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें 69.16 प्रतिशत मतदान हुआ। पांचवे चरण में 62.20 प्रतिशत टर्नआउट के साथ कुल 89.57 मिलियन मतदाताओं ने हिस्सा लिया।

चुनाव में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भागीदारी

इन पाँच चरणों में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने मतदान किया। इसके तहत किस राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में कब और कितनी सीटों पर चुनाव हुआ, इसका भी विवरण साझा किया गया है। पहले चरण में कुछ प्रमुख राज्य जैसे अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और अन्य की गतिविधियों के बारे में बताया गया। दूसरे चरण में असम, बिहार, छत्तीसगढ़ पर ध्यान केंद्रित किया गया। तीसरे चरण में तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल समेत अन्य प्रमुख राज्य शामिल थे। चौथे चरण में महाराष्ट्र और राजस्थान में मतदान हुआ। अंत में, पांचवे चरण में गुजरात और पंजाब की महत्वपूर्ण सीटों पर ध्यान केन्द्रित किया गया।

चुनाव आयोग की चिंताएं और कदम

चुनाव आयोग की चिंताएं और कदम

चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि मतदाता टर्नआउट डेटा को गलत सूचनाओं से बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग का मानना है कि गलत जानकारी फैलाने की किसी भी कोशिश से चुनाव प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसके चलते उन्होंने सभी उम्मीदवारों और उनके पोलिंग एजेंटों को रिकॉर्ड की गई मतदान संख्या की जानकारी पहले ही दे दी है।

चुनाव आयोग ने यह भी साफ किया कि मतदाता टर्नआउट डेटा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्रकार के तकनीकी बदलाव और सुरक्षा उपाय किए गए हैं ताकि यह निश्चिंत किया जा सके कि डेटा की सत्यता बनी रहे। आयोग की इस पहल के तहत चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वास को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।

मतदाता टर्नआउट आंकड़े

  • पहले चरण: 166.4 मिलियन मतदाता, 66.14 प्रतिशत टर्नआउट
  • दूसरे चरण: 158.65 मिलियन मतदाता, 66.71 प्रतिशत टर्नआउट
  • तीसरे चरण: 172.4 मिलियन मतदाता, 65.68 प्रतिशत टर्नआउट
  • चौथे चरण: 177.08 मिलियन मतदाता, 69.16 प्रतिशत टर्नआउट
  • पांचवे चरण: 89.57 मिलियन मतदाता, 62.20 प्रतिशत टर्नआउट
मतदाता टर्नआउट पर आयोग की रणनीति

मतदाता टर्नआउट पर आयोग की रणनीति

चुनाव आयोग की रणनीति में मतदाताओं को जागरूक करने पर भी जोर दिया गया है। विभिन्न माध्यमों से जन जागरूकता फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। इसके अतिरिक्त, विभिन्न पोलिंग स्टेशनों पर भी सुविधाओं को बेहतर बनाने के उपाय भी किए जा रहे हैं ताकि मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरे देश में संपन्न हो सके। चुनाव आयोग का मानना है कि जागरूकता और पारदर्शिता के माध्यम से ही लोकतंत्र को सशक्त बनाया जा सकता है।

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