व्रज आयरन एंड स्टील आईपीओ: एक मजबूत शुरुआत
व्रज आयरन एंड स्टील आईपीओ का शुभारंभ 26 जून, 2024 को हुआ, और इसने निवेशकों से उत्कृष्ट प्रतिक्रिया प्राप्त की है। आईपीओ के तीसरे दिन, यानी इस लेख के प्रकाशन के दिन, यह 89.61 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इस उत्साहजनक परिणाम से यह स्पष्ट होता है कि निवेशक कंपनी में जबरदस्त विश्वास जता रहे हैं।
कंपनी ने ₹195 से ₹207 प्रति इक्विटी शेयर की कीमत सीमा तय की है। इस आईपीओ के माध्यम से कंपनी ताजगी से ₹171 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रख रही है, जो नए शेयरों से आएंगे। निवेशकों का यह उत्साह इस बात का संकेत है कि कंपनी के भविष्य के संभावनाओं में उन्हें विश्वास है।
सब्सक्रिप्शन स्थिति की समीक्षा
जहां तक सब्सक्रिप्शन की बात है, आईपीओ का मुख्यबोर्ड 3:00 बजे तक 89.61 गुना सब्सक्राइब किया गया था। खुदरा हिस्सेदारी का हिस्सा भी 89.61 गुना सब्सक्राइब किया गया था, NII (गैर-संस्थागत निवेशक) खंड 175.37 गुना भरा हुआ था और QIB (योग्य संस्थागत खरीदार) खंड 99.00 गुना बुकींग किया गया था। यह आंकड़े कंपनी के प्रति बाजार में उत्पन्न उत्साह को दर्शाते हैं।
ग्रे मार्केट प्रीमियम का विश्लेषण
ग्रे मार्केट में, व्रज आयरन एंड स्टील के शेयर ₹90 के प्रीमियम पर उपलब्ध हैं, जो गुरुवार के ₹86 के प्रीमियम से ₹4 ज्यादा है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, इस मजबूत सब्सक्रिप्शन स्थिति और दलाल स्ट्रीट पर बुल ट्रेंड, दोनों ही ग्रे मार्केट सेंटीमेंट्स को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
कंपनी की मजबूती और वृद्धि की संभावनाएं
जीईपीएल कैपिटल और वेंटुरा सिक्योरिटीज ने कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, रणनीतिक स्थान और इस्पात उद्योग में वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए आईपीओ को 'सब्सक्राइब' टैग दिया है।
व्रज आयरन एंड स्टील, स्पंज आयरन, एम.एस. बिलेट्स और टीएमटी बार्स के प्रमुख निर्माता हैं। कंपनी के दो निर्माण संयंत्र रायपुर और बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में स्थित हैं, और यह अपनी क्षमता बढ़ाने की प्रक्रिया में है।
उपरोक्त विश्लेषण और समीक्षा से यह स्पष्ट होता है कि व्रज आयरन एंड स्टील आईपीओ एक मजबूत निवेश विकल्प हो सकता है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो इस्पात उद्योग में रूचि रखते हैं और कंपनी की वृद्धि की संभावनाओं में विश्वास रखते हैं।