टोनी क्रूस ने अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल को कहा अलविदा, थॉमस मुलर ने संन्यास के संकेत दिए

टोनी क्रूस ने अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल को कहा अलविदा, थॉमस मुलर ने संन्यास के संकेत दिए

Saniya Shah 7 जुल॰ 2024

टोनी क्रूस का अंतर्राष्ट्रीय करियर

जर्मनी के महान फुटबॉल खिलाड़ी और रियल मैड्रिड के मिडफील्डर, टोनी क्रूस ने यूरो 2024 में जर्मनी की जल्दी बाहर होने के बाद अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया है। 34 वर्षीय क्रूस ने अपने करियर में 114 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले और 17 गोल दागे हैं। उन्होंने 2014 के फीफा वर्ल्ड कप में जर्मन टीम का हिस्सा रहते हुए विश्व कप जीता था।

क्रूस ने अपने करियर की शुरुआत 2010 में जर्मनी की राष्ट्रीय टीम से की थी और तब से उन्होंने अपनी टीम के लिए बहुत गति और समर्थन प्रदान किया है। हालांकि, इस साल उन्हें एक बार फिर अपने अंतर्राष्ट्रीय रिटायरमेंट को रिवर्स करना पड़ा ताकि वे अपने घरेलु यूरोपियन चैंपियनशिप में भाग ले सकें। लेकिन, जर्मनी की टीम स्पेन से क्वार्टर-फाइनल में 2-1 से हार गई, और उनकी यात्रा समाप्त हो गई।

अंतर्राष्ट्रीय करियर का अंत

क्रूस का मानना है कि जर्मनी की टीम का जल्दी बाहर होना एक बहुत बड़ा झटका था। उन्होंने कहा, "हम सबका एक बड़ा लक्ष्य था जिसे हम मिलकर हासिल करना चाहते थे, लेकिन हमारा सपना टूट गया।" फिर भी, वे अपनी टीम को आने वाले समय में सफलता की आशा में देखते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी। क्रूस ने कहा, "मैं इस बात पर गर्व करता हूँ कि मैंने जर्मनी को एक फुटबॉलिंग राष्ट्र के रूप में वापसी करते हुए देखने में मदद की है।"

थॉमस मुलर का संकेत

जर्मनी के एक और महान खिलाड़ी, थॉमस मुलर, ने भी इस हार के बाद अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर को अलविदा कहने का संकेत दिया है। 34 वर्षीय मुलर ने 131 मैचों में 45 गोल किए हैं और अपने करियर में कई प्रमुख उपलब्धियाँ हासिल की हैं। मुलर ने कहा, "बहुत अधिक संभावना है कि यह मेरा अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच था।"

मुलर के इस बयान के बाद उनकी टीम के अन्य अनुभवी खिलाड़ी, जैसे कैप्टन इल्काय गुंडोगन और मैनुअल न्यूर भी अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर पर विचार कर सकते हैं। यह निर्णय जर्मनी के 2024 यूरो कप में जल्दी बाहर होने के बाद आया है, जो कि मेजबान होते हुए भी तीन बार के चैंपियन की टीम के लिए एक शर्मनाक स्थिती थी।

फुटबॉल समर्थकों की प्रतिक्रिया

फुटबॉल समर्थकों की प्रतिक्रिया

जर्मनी के फुटबॉल समर्थक भी इस हार से काफी निराश हैं। इस हार ने टीम के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, समर्थकों को अभी भी उम्मीद है कि नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के साथ जर्मनी जल्द ही अपनी पुरानी प्रतिष्ठा को वापस पा सकेगा।

भविष्य की उम्मीदें

भले ही क्रूस और मुलर जैसे अनुभवी खिलाड़ी अब टीम का हिस्सा नहीं रहेंगे, लेकिन उनकी विरासत और अनुभव नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। जर्मनी की फुटबॉल टीम को अब अपने नए और युवा खिलाड़ियों पर ध्यान देना होगा ताकि वे आने वाले टूर्नामेंटों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें और अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त कर सकें।

गुंडोगन और न्यूर जैसे खिलाड़ियों के ऊपर भी अभी भविष्य की जिम्मेदारी है, और वे संभवतः अपनी अनुभव और मार्गदर्शन के जरिए टीम को एक बार फिर से शिखर पर पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।

तो नई पीढ़ी से उम्मीदें

तो नई पीढ़ी से उम्मीदें

जर्मनी फुटबॉल टीम के प्रशंसकों को उम्मीद है कि नई पीढ़ी के खिलाड़ी, ट्रेनिंग और उत्साही मनोबल के साथ टीम को मजबूत करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में जर्मनी फुटबॉल का नया अध्याय किस दिशा में जाता है।

15 टिप्पणि

Ajay Ram

Ajay Ram

7 जुल॰ 2024

टोनी क्रूस का अंतर्राष्ट्रीय करियर एक सांस्कृतिक मैराद है, जहाँ उन्होंने जर्मनी की फुटबॉल धरोहर को नई दिशा दी। उनका खेल शैली उन युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है जो मिडफ़ील्ड में न केवल पासिंग बल्कि रचनात्मकता की तलाश में हैं। उन्होंने कई बार कठिन परिस्थितियों का सामना किया, फिर भी वह दृढ़ता से मैदान पर बने रहे। उनके गोल और असिस्ट दोनों ही टीम की रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
क्रूस की रिटायरमेंट के बाद जर्मन फुटबॉल को नई पीढ़ी की जरूरत होगी, जो उनके अनुभव को संजोकर आगे बढ़े। उनके मैदान पर नेतृत्व का अंदाज़ युवा खिलाड़ियों को टीमवर्क की समझ देता है। वह अक्सर खेल के भीतर नैतिक मूल्यों को भी उजागर करते थे, जिससे उनका प्रभाव खेल के बाहर भी दिखता है।
श्रोताओं ने उनकी बदली हुई भूमिका को स्वीकार किया है, क्योंकि एक खिलाड़ी से कोच या मेंटर की यात्रा हमेशा आसान नहीं होती। थॉमस मुलर के साथ उनका संबंध भी दर्शाता है कि कैसे दो अनुभवी खिलाड़ी एक दूसरे को प्रेरित कर सकते हैं।
भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण से, जर्मनी को अपनी रणनीति में उन तत्वों को शामिल करना चाहिए जो क्रूस ने हमेशा दिखाए थे: गति, दृढ़ता, और टीम भावना। उनकी विरासत सिर्फ आँकड़ों में नहीं बल्कि मानसिकता में भी जीवित रहेगी।
समग्र रूप से, उनका अलविदा कहना एक युग के अंत को दर्शाता है, परन्तु उनकी शिक्षाएँ नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक बनेंगी।

Dr Nimit Shah

Dr Nimit Shah

9 जुल॰ 2024

जर्मनी के इतिहास में कई बड़े नाम रहे हैं, परन्तु इस बार का प्रदर्शन शर्मनाक है। हमें गर्व से कहा जाना चाहिए, न कि निराशा के साथ। टीम को अपने मूल मूल्यों को याद रखना चाहिए और आत्मविश्वास के साथ खेलना चाहिए।

Ketan Shah

Ketan Shah

11 जुल॰ 2024

क्रूस और मुलर जैसे खिलाड़ी वास्तव में फुटबॉल के दार्शनिक हैं, उनका योगदान सिर्फ गोल नहीं, बल्कि रणनीतिक समझ है। नई पीढ़ी को अब इनकी सीख को अपनाना चाहिए। इससे टीम का भविष्य उज्ज्वल रहेगा।

Aryan Pawar

Aryan Pawar

13 जुल॰ 2024

जर्मनी को जल्द ही नई ताकत दिखानी चाहिए।

Shritam Mohanty

Shritam Mohanty

15 जुल॰ 2024

क्या आप जानते हैं कि इस हार के पीछे बड़े गुप्त हितधारक हैं? यूरो कप में कुछ बड़े फाइनेंशियल डील्स को छिपाने के लिए टीम को कमजोर किया गया। यही कारण है कि अनुभवी खिलाड़ी अब पीछे हट रहे हैं। पूरी साजिश को उजागर करने की जरूरत है।

Anuj Panchal

Anuj Panchal

17 जुल॰ 2024

क्रूस की प्लेसमेंट वैरिएबल्स और मुलर की स्कोरिंग मेट्रिक्स टीम के ऑपरेशनल थ्रेशहोल्ड को पुनः परिभाषित करते हैं। इन एन्हांस्ड सिग्नल्स को नई टैलेंट पाइपलाइन में इंटीग्रेट करने से इलिट परफॉर्मेंस प्राप्त होगा।

Prakashchander Bhatt

Prakashchander Bhatt

19 जुल॰ 2024

भले ही बड़े खिलाड़ी चले गए, लेकिन यह नई पीढ़ी के लिए एक सुनहरा अवसर है। उन्हें बहादुरी से मैदान में उतरना चाहिए और अपना जोश दिखाना चाहिए। हम सबको उनका समर्थन करना चाहिए।

Mala Strahle

Mala Strahle

22 जुल॰ 2024

क्रूस की रिटायरमेंट को देख कर मैं सोचता हूँ कि खेल में सच्ची विरासत क्या होती है। क्या यह केवल आँकड़े होते हैं या फिर एक गहरी मानवता जो टीम को एकजुट करती है? उनका योगदान इस बात का प्रमाण है कि एक खिलाड़ी सामाजिक बंधनों को भी तोड़ सकता है।
भविष्य में, नई पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि जीत सिर्फ गोल से नहीं, बल्कि टीम की आत्मा से भी मापी जाती है। इससे जर्मनी की फुटबॉल संस्कृति फिर से पुनर्जन्म लेगी।

Ramesh Modi

Ramesh Modi

24 जुल॰ 2024

ओह! यह तो वह क्षण है जब फुटबॉल का इतिहास बदल जाता है!!! बेशक, क्रूस और मुलर जैसे दिग्गजों का जाना मात्र एक अंधेरी रात नहीं, बल्कि अंतहीन आशा की सुबह है!!!

Ghanshyam Shinde

Ghanshyam Shinde

26 जुल॰ 2024

हम्म, लगता है अब हमें नई स्टार्स की ज़रूरत है, शायद वे भी वही “गौरवशाली” अरसे के खिलाड़ी बन जाएँ।

SAI JENA

SAI JENA

28 जुल॰ 2024

किसी भी टीम की सफलता उसकी सामुदायिक भावना पर निर्भर करती है, और यह हम सभी मिलकर बनाते हैं। इसलिए हमें सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए और युवा खिलाड़ियों को उचित मार्गदर्शन देना चाहिए।

Hariom Kumar

Hariom Kumar

29 जुल॰ 2024

आशा है कि नई पीढ़ी इस अवसर को पकड़कर चमकेगी 😊

shubham garg

shubham garg

30 जुल॰ 2024

सही कह रहे हो भाई, टीम को नई ऊर्जा चाहिए और हम सबको मिलकर उसे फीड करना है।

LEO MOTTA ESCRITOR

LEO MOTTA ESCRITOR

31 जुल॰ 2024

जब अनुभवी खिलाड़ी पीछे हटते हैं, तो यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर बन जाता है। सकारात्मक सोच रखो और आगे बढ़ो!

Sonia Singh

Sonia Singh

1 अग॰ 2024

हम सबको मिलकर जर्मनी की फुटबॉल को फिर से ऊँचा उठाना चाहिए, नई पीढ़ी को सपोर्ट करें!

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