ईद-अल-अधा के अवसर पर स्टॉक मार्केट बंदी: निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
सोमवार, 17 जून 2024 को मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ईद-अल-अधा के धार्मिक पर्व के अवसर पर बंद रहेंगे। इस बंदी का प्रभाव सिर्फ इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट पर ही नहीं, बल्कि सिक्योरिटी लेंडिंग और बोर्रोविंग (एसएलबी) सेगमेंट पर भी पड़ेगा। इसके साथ ही, करेंसी डेरिवेटिव्स और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट भी व्यापार नहीं करेंगे।
कमोडिटी डेरिवेटिव्स पर प्रभाव
हालांकि, कमोडिटी डेरिवेटिव्स और इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट्स सेगमेंट में कुछ भाग्यशाली होंगे। यह सेगमेंट सुबह के व्यापार सत्र में बंद रहेगा, लेकिन शाम के सत्र में 5:00 बजे से 11:30/11:55 बजे तक पुनः खोल दिया जाएगा।
पिछले शुक्रवार का व्यापार सत्र
पिछले शुक्रवार, 14 जून 2024 के व्यापार सत्र में बीएसई सेंसेक्स में 182 अंकों की वृद्धि हुई, जो 0.24 प्रतिशत बढ़कर 76,992 पर बंद हुआ। इसी तरह, एनएसई निफ्टी ने 23,490 के सबसे उच्चतम स्तर को छुआ और 67 अंकों की वृद्धि के साथ 23,466 पर बंद हुआ। मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में भी वृद्धि देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 में 1.05 प्रतिशत की वृद्धि हुई और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.76 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
विभिन्न सेक्टर्स के प्रदर्शन
एनएसई के 16 सेक्टोरल इंडेक्स में से 14 ने हरे निशान में कारोबार बंद किया। इनमें निफ्टी ऑटो, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, और निफ्टी हेल्थकेयर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सेगमेंट रहे। इस वृद्धि के प्रमुख योगदानकर्ताओं में एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, और आईटीसी शामिल थे।
वहीं, दूसरी ओर, ला ओपाला आरजी, कियोसीएल, उषा मार्टिन, ऐजिस लॉजिस्टिक्स, जैन्सार टेक, वी-गार्ड, रेडिंगटन, और सीएएमएस में कमी दर्ज की गई, जिससे उनके शेयर 3.47 प्रतिशत तक गिर गए।
विशेषज्ञों की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के तकनीकी विश्लेषक रुपक डे और कुणाल शाह ने निफ्टी और निफ्टी बैंक की समीक्षा करते हुए समर्थन स्तरों और संभावित ऊपर और नीचे की चाल पर अंतर्दृष्टि दी। उन्होंने बताया कि निफ्टी 23,400-23,500 के स्तर पर समर्थन पा सकता है, जबकि निफ्टी बैंक 37,500-37,600 के स्तर पर दिखाई दे सकती है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि यदि मौजूदा स्तरों पर कोई बड़ी घटबढ़ होती है, तो यह एक दीर्घकालिक निवेशक के लिए अच्छा अवसर हो सकता है।
अगले व्यापार सत्र का इंतजार
अब, बाजार में होने वाली यह बंदी मात्र एक दिन की है और घरेलू बाजार मंगलवार, 18 जून 2024 से फिर से खुलेगा। यह बंदी व्यापारियों को एक शांति का अंतराल प्रदान करेगा, साथ ही उन्हें रणनीति बनाने का समय भी देगा। निवेशक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं और अपने व्यापार निर्णयों की समीक्षा कर सकते हैं।
समग्र रूप से, इस बंदी का लंबी अवधि में किसी बड़े वित्तीय नुकसान की संभावना नहीं है, लेकिन यह एक छोटा समायोजन हो सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार में हो रही छोटी-छोटी गिरावटों को नजरअंदाज करें और अपने दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।