एल साल्वाडोर में सोने की बड़ी खोज: नई आर्थिक संभावनाएं
एल साल्वाडोर में हाल ही में $3 ट्रिलियन मूल्य के सोने की खोज ने आर्थिक जगत को स्तब्ध कर दिया है। राष्ट्रपति नायब बुकेले का मानना है कि यह सोने के भंडार देश की अर्थव्यवस्था में एक उल्लेखनीय परिवर्तन ला सकते हैं। उनके अनुसार, इस सोने का उपयोग नागरिकों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और प्रदूषित नदियों की सफाई में किया जा सकता है। बुकेले का दावा है कि इस सोने के मात्र 4% निकाले जाने पर भी $131 बिलियन का राजस्व प्राप्त हो सकता है, जो वर्तमान जीडीपी का 380% है।
लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट है। पूर्व राष्ट्रपति सल्वाडोर सांचेज़ सेरेन के कार्यकाल में 2017 में धातु खनन पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसका कारण खनन में उपयोग होने वाले रसायन जैसे साइनाइड और पारा के पर्यावरणीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। मुखर व पर्यावरण समूह यह मानते हैं कि खनन से अपूर्णीय पर्यावरणीय क्षति होती है, जिसे 'हरित खनन' नहीं कहा जा सकता।

बिटकॉइन पर केंद्रित सरकारी रणनीति
एक और कोण से देखा जाए, तो राष्ट्रपति बुकेले बिटकॉइन में निरंतर निवेश कर रहे हैं, बावजूद इसके कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। अब तक, एल साल्वाडोर सरकार ने 6,101 बिटकॉइन सुरक्षित किए हैं, जिनकी वर्तमान कीमत $527 मिलियन है। हालांकि, सोने की संभावना और बिटकॉइन निवेश के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन यह सरकार की दोहरी आर्थिक रणनीति को दर्शाता है, जिसमें प्राकृतिक संसाधनों और क्रिप्टोक्यूरेंसी पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
हालांकि बुकेले के निर्णय पर विवाद जारी है, क्या वे अपनी संसद में बहुमत का लाभ उठाकर धातु खनन प्रतिबंध को हटा पाएंगे? यह देखना शेष है कि क्या एल साल्वाडोर वास्तव में इस सोने के खजाने को बाहर निकाल पाएगा या नहीं।