भारतीय रेलवे वित्त निगम (आईआरएफसी) लिमिटेड ने शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 70 पैसे प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की है। यह डिविडेंड 2 नवंबर, 2023 को घोषित प्रति इक्विटी शेयर 0.80 रुपये के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है, जिससे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल लाभांश प्रति शेयर 1.50 रुपये हो गया है। यदि घोषित किया गया तो अंतिम लाभांश वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की तारीख से 30 दिनों के भीतर शेयरधारकों को भुगतान किया जाएगा।
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने उच्च आय के कारण मार्च 2024 की तिमाही के लिए लाभ में 34% की वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,285.2 करोड़ रुपये थी। इसकी कुल आय जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 6,477.9 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023 में 6,230.2 करोड़ रुपये थी, जबकि एक साल पहले 4,945 करोड़ रुपये के मुकाबले व्यय 4,760.6 करोड़ रुपये रहा।
आईआरएफसी के बारे में
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरएफसी) एक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है जो भारतीय रेलवे के लिए धन जुटाने का काम करती है। यह भारतीय रेलवे के लिए रोलिंग स्टॉक परिसंपत्तियों, परियोजनाओं और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के वित्तपोषण के लिए जिम्मेदार है। कंपनी की स्थापना 1986 में हुई थी और तब से यह रेलवे क्षेत्र के वित्तपोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
आईआरएफसी अपनी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न स्रोतों से धन जुटाती है, जिसमें बॉन्ड्स, ऋण और अन्य ऋण साधन शामिल हैं। वे भारतीय रेलवे को लीज़ पर रोलिंग स्टॉक जैसे वैगन, कोच और लोकोमोटिव भी प्रदान करते हैं। कंपनी भारतीय रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आईआरएफसी की वित्तीय प्रदर्शन
आईआरएफसी के हालिया वित्तीय प्रदर्शन पर एक नज़र डालते हुए, कंपनी ने मार्च 2024 तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 34% बढ़कर 1,717.3 करोड़ रुपये हो गया। इसकी कुल आय भी 6,230.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,477.9 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में इन मजबूत वित्तीय परिणामों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उच्च आय और बेहतर परिचालन दक्षता के कारण लाभ में वृद्धि हुई है। साथ ही, कंपनी अपने खर्चों को नियंत्रित करने और उन्हें कम करने में भी सक्षम रही है, जिससे लाभप्रदता में सुधार हुआ है।
डिविडेंड की घोषणा
मजबूत वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर, आईआरएफसी ने शेयरधारकों के लिए डिविडेंड की घोषणा की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 70 पैसे प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की है, जो शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है। यह 2 नवंबर, 2023 को घोषित प्रति इक्विटी शेयर 0.80 रुपये के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है।
इस घोषणा के साथ, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल डिविडेंड प्रति शेयर 1.50 रुपये हो गया है। यह शेयरधारकों के लिए एक आकर्षक रिटर्न है और कंपनी के प्रति उनके विश्वास और समर्थन को दर्शाता है। डिविडेंड की घोषणा कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और भविष्य के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
भविष्य की संभावनाएं
आईआरएफसी भारतीय रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कंपनी का लक्ष्य भारतीय रेलवे के लिए अपनी वित्तीय सहायता और समर्थन को बढ़ाना जारी रखना है। भारत सरकार के महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर विकास लक्ष्यों को देखते हुए, आईआरएफसी के लिए भविष्य में महत्वपूर्ण अवसर मौजूद हैं।
कंपनी रेलवे क्षेत्र में नई परियोजनाओं और पहलों के वित्तपोषण के लिए अपनी स्थिति को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा, वे अपने वित्तपोषण के स्रोतों को विविधतापूर्ण बनाने और अपने ऋण पोर्टफोलियो का विस्तार करने की भी योजना बना रहे हैं। इससे उन्हें भारतीय रेलवे की बढ़ती वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मार्च 2024 तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय परिणामों के साथ एक सकारात्मक प्रदर्शन दिखाया है। कंपनी का लाभ और कुल आय दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन परिणामों ने कंपनी को शेयरधारकों के लिए आकर्षक डिविडेंड घोषित करने में सक्षम बनाया है।
भविष्य में, आईआरएफसी भारतीय रेलवे की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने और उसके विकास और आधुनिकीकरण को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना जारी रखेगा। कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और अपने शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। आईआरएफसी का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है और यह भारतीय रेलवे के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।